सुप्रीम कोर्ट में मामला, मौके पर अवैध प्लाटिग
गजरौला : गजब! जिस सीलिग की भूमि के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। उस भूमि पर पिछले एक
गजरौला : गजब! जिस सीलिग की भूमि के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। उस भूमि पर पिछले एक साल से प्लाटिग की जा रही है। डीएम के निर्देश के बाद एसडीएम विवेक यादव बुधवार की शाम मौके पर पहुंचे तो प्लाटों की भरी नींव व प्लाट खरीदने के लिए संपर्क करें जैसे लिखे संदेश मिले।
यह सीलिग भूमि नगर में पालिका दफ्तर के पीछे थोड़े से फासले पर पाल गांव के रास्ते पर है। 111 के रकवे की सीलिग भूमि रिकार्ड में 22 बीघा है, लेकिन पिछले दिनों भूमि की नपाई हुई तो मौके पर 12 बीघा ही पाई गई। बाकी भूमि पर प्लाटिग कर दी गई। मौके पर प्लाटिग के साथ उनकी बाउंड्री भरी हुई तथा उनमें निर्माण के लिए ईंट पड़ी हुई पाई गई। कई मकान बने भी खड़े हैं। यह हाल तब है, जब इसका मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। पालिका वहां एक पार्टी के पक्ष में स्टे होना बता रही है।
सवाल यह है कि जब स्टे है तो प्लाटिग क्यों और कौन करा रहा है। जिम्मेदार इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए है। बहरहाल मंगलवार को जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने इस मामलों को लेकर स्पष्ट निर्देश कार्रवाई के दिए हैं। उनके द्वारा साफ कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ भूमाफिया की कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई जाए।
ध्वस्तीकरण की तैयारी के साथ पहुंचा अमला, बैरंग लौटा
गजरौला : एसडीएम विवेक यादव व नगर पालिका परिषद के ईओ विजेंद्र सिंह पाल के नेतृत्व में सरकारी अमला ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को पहुंचा था। यह अमला जेसीबी भी लेकर गया था, लेकिन मौके पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई किए बिना ही बैरंग लौट आया। एसडीएम ने ईओ को सीलिग की भूमि पर अवैध प्लाटिग करने वालों से मुक्त कराने और उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि यह प्लाटिग स्टे का भी उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि पैमाइश के लिए टीम गठित की गई है, जो गुरुवार को पालिका कर्मियों के साथ भूमि की नपाई कर आगे की कार्रवाई करेगी। पहले भी की गई थी पैमाईश, तोड़ डाले पिलर
गजरौला : सीलिग की भूमि पर राजस्व अमले द्वारा पूर्व में पैमाइश कराकर पिलर लगाए गए थे ताकि जगह की पहचान बनी रहे लेकिन प्लाटिग करने वालों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने उसे ही तोड़ कर प्लाटिग कर डाली। पालिका के कई वार्ड सदस्यों से लेकर सफेदपोश नेताओं के नामों की चर्चा भी चल रही है लेकिन अधिकारी सिर्फ जांच करने की बात कह रहे हैं। वैसे भूमि खरीदने के लिए सिराजुददीन से संपर्क करने का संदेश मौके पर लिखा पाया भी गया है।