भोले शंकर के दर्शन होंगे व सुनने को मिलेगी महाआरती
प्रशासन ऐतिहासिक मेले मां गंगे के पावन तट पर कुछ अलग करने की तैयारी में
जागरण संवाददाता, गजरौला : ऐतिहासिक तिगरी गंगा मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इस बार कुछ नयापन भी देखने को मिलेगा। मेले का वीआइपी क्षेत्र कहे जाने वाले गंगा रोड पर गंगातट पर भोले शंकर के दर्शन करने को मिलेंगे। वहीं पहली महाआरती सुनने का भी अलग आनंद मिलेगा। इसके अलावा मेला क्षेत्र में भगवा रंग में हर रास्ते पर स्वागत द्वार मिलेगा। सदरगेट वाला गोलाकार क्षेत्र भी अलग व भव्य नजर आएगा।
इस बार प्रशासन ने गंगा रोड किनारे घाट के नजदीक देवताओं की अस्थाई मूर्ति बनवाने का निर्णय लिया है। वहीं गंगातट पर महाआरती का भी प्रबंध किया है। हालांकि इसमें होने वाला व्यय प्रशासन व जिला पंचायत की जेब पर नहीं पड़ेगा। इसके खर्च का जिम्मा कुछ स्वयं सेवियों ने उठाने की सहमति देते हुए तैयारी चालू कर दी है। मेला मजिस्ट्रेट व एसडीएम मांगे राम चौहान व अध्यक्ष पति चौधरी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि गंगा की रेती पर मूर्ति के लिए मूर्ति शिल्पी और आरती के लिए दिल्ली के मशहूर गायक प्रेमभाटी एंड ग्रुप से बात भी कर ली है। जल्द गंगा तट पर तैयारी नजर भी आने लगेगी। इसी तरह सदरगेट वाला ऐरिया गोलाकार व रंग-बिरंगा सजा हुआ नजर आएगा। इसकी जिम्मेदारी पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर ने ली है। वहीं गंगाद्वार मंदिर के आकार भगवा रंग से सज ही गया है। अन्य रास्तों वाले स्वागत द्वार भी बनाने की तैयारी तेजी से चल रही है। पॉलीथिन मुक्त रहेगा मेला, प्रशासन बांटेगा 20 हजार थैले
गजरौला : कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में लगने वाले ऐतिहासिक तिगरी मेले को पॉलीथिन मुक्त रखने के लिए प्रशासन ने योजना बनाई है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को बीस हजार कपड़े के थैले वितरित किए जाएंगे।
मेले में पॉलीथीन अभियान भी चलाया जाएगा। दुकान व ठेलों को पॉलीथीन का प्रयोग करने के लिए मना कर दिया गया है। अगर, उन्होंने इसके बाद भी पॉलीथीन का प्रयोग किया तो प्रशासन द्वारा न सिर्फ जुर्माना वसूला जाएगा बल्कि कार्रवाई भी होगी। इसलिए मंडी धनौरा तहसील प्रशासन द्वारा मेले में बीस हजार कपड़े के थैले बांटने का इन्तजाम है। एसडीएम मांगेराम चौहान ने बताया कि मेले में बीस हजार थैले वितरित करवाए जाएंगे।
मेले में बनेगा मंच, सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे श्रद्धालु
गजरौला : इस बार मेले में प्रशासन द्वारा अलग-अलग अभियानों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम कराकर श्रद्धालुओं को जागरूक करने की योजना है। गंगा घाट के पास मंच बनाया जाएगा। वहां पर अलग-अलग मुद्दों पर कार्यक्रम पेश कर जागरूक किया जाएगा।