गजरौला की अंजली ने भरी कामयाबी की उड़ान
गजरौला हाथ बांधे क्यों खड़ा है हादसों के आगे ये हादसे कुछ भी नहीं हैं तेरे हौंसले के आगे।
गजरौला : हाथ बांधे क्यों खड़ा है हादसों के आगे, ये हादसे कुछ भी नहीं हैं तेरे हौंसले के आगे। यह दो पंक्तियां गजरौला की अंजलि पर सटीक हैं। मुफलिसी के दौर का सामने करते हुए उसने न सिर्फ अपने मां-बाप व शिक्षक का नाम रोशन किया है बल्कि यह भी साबित कर दिया कि अगर कुछ करने की इच्छा शक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं है।
मुहल्ला गंगानगर निवासी ओमप्रकाश सिंह सड़क किनारे ठेला लगाकर बर्गर, चाऊमीन आदि फास्ट फूड बेचते हैं। उनके दो बच्चे हैं। एक 12 वर्षीय पुत्र और उससे बड़ी पुत्री अंजलि। अंजलि ने इस बार श्रीनारायण सिंह स्मारक इंटर कालेज में कक्षा दस के इम्तिहान दिए। ठेला लगाने वाले पिता को पुत्री से बड़ी उम्मीद थीं। शनिवार की दोपहर जब नतीजे जारी हुए तो अंजलि ने अपने पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने हुए उनका मान बढ़ा दिया।
परिवार की आर्थिक तंगी से जूझते हुए उसने टॉपर लिस्ट में पांचवां मुकाम हासिलकर अपने दम पर कामयाबी की ऐसी इबारत लिखी है जिसपर स्वजन, शिक्षक और रिश्तेदार नाज कर रहे हैं। घर में खुशी का माहौल है। आसपास के लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं। अंजलि की दिव्यांग मां ओमवती ने बताया परीक्षाओं के समय बेटी ने काफी मेहनत की। उन दिनों बेटी से घर का कोई काम भी नहीं कराया। आज बेहद खुश हूं अपनी बेटी को सफलता की सीढि़यों पर चढ़ता देखकर। बेटी के बढ़ते कदमों को देखकर पिता भी काफी गदगद हैं। कद छोटा, लेकिन इरादे हैं जबरदस्त मजबूत
गजरौला : ठेला लगाने वाले पिता की बेटी अंजलि का भले ही कद छोटा हो, लेकिन उसके इरादे बड़े मजबूत हैं। उसका कहना है कि वह इसी तरह पूरी मेहनत के साथ कामयाबी की ओर बढ़ती रहेगी और एक दिन आईपीएस बनकर देश की सेवा भी करेगी। ..और अखिलेश की आंखों से छलक आएं आंसू
गजरौला : इंटर में जिले में नौवां स्थान प्राप्त करने वाले गांव बागड़पुर निवासी अखिलेश सिंह से जब पढ़ाई का श्रेय देने के बारे में पूछा तो उन्होंने अपनी मां शशिदेवी व शिक्षक अनिल सिरोही का नाम लिया। बोला, मेरी इस मेहनत में मां का बहुत बड़ा रोल है। मैं कालेज से पढ़कर घर जाता था। पूरी-पूरी रात पढ़ता था तो मां भी मेरे साथ ही बैठी रहती थी। यह बताते हुए उसकी आंखों से आंसू छलक आए।
ग्रामीण क्षेत्रों के होनहारों का जलवा
गजरौला : शनिवार को आए नतीजों में ग्रामीण क्षेत्र के होनहारों का भी जलवा रहा। हाईस्कूल में जनपद में सातवां स्थान पाने वाला छात्र दीपक गांव भानुपर खालसा के हैं। ऐसे ही छात्रा वैशाली भी गांव शहबाजपुर माफी की निवासी है। इंटर में दसवां स्थान हासिल करने वाली छात्रा सना भी गांव बसैली की हैं। ऐसे ही इंटर में ही नवें स्थान पर रहे अखिलेश बागडपुर माफी के हैं।