नवंबर में खूब दौड़ी अमरोहा की पीआरवी, प्रदेश में दूसरा स्थान
प्रदेश में संचालित डायल-112 पुलिस के कामकाज का भी मूल्यांकन कार्य शुरू किया गया है। इस क्रम में प्रदेश मुख्यालय पर सूबे के 75 जनपदों में कार्य कर रही डायल-112 पुलिस की समीक्षा की गई।
अमरोहा, जेएनएन: अपराधियों पर शिकंजा कसने के साथ साथ पीड़ितों की मदद करने वाली डायल -12 पुलिस अपनी कसौटी पर खरा उतर रही है। नवंबर माह में अमरोहा की पीआरवी यानी पुलिस रेस्पांस व्हीकल ने बेहतर काम करके प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
प्रदेश में संचालित डायल-112 पुलिस के कामकाज का भी मूल्यांकन कार्य शुरू किया गया है। इस क्रम में प्रदेश मुख्यालय पर सूबे के 75 जनपदों में कार्य कर रही डायल-112 पुलिस की समीक्षा की गई। जिसमें प्रदेश में अमरोहा जनपद की पीआरवी को घटनास्थल पर 9.47 मिनट में पहुंचने के रेस्पांस की पुष्टि हुई। वहीं हापुड़ की पीआरवी का रेस्पांस टाइम 8.47 मिनट का रहा। खास बात है कि कई महानगरों की पीआरवी इस काम में अभी भी पीछे रह गईं। अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि पीआरवी को प्रदेश में दूसरा स्थान मिलना वाकई सराहनीय है। अपराधियों पर कार्रवाई करने के साथ पीड़ित लोगों की मदद भी पीआरवी द्वारा की जाती है।
लावारिस हालत में पलटी मिली उत्तराखंड नंबर की कार
जोया: सड़क किनारे खेत में कार लावारिस हालत में पलटी मिली। कार में कोई कागज नहीं मिला है। काफी पूछताछ के बाद भी कोई मालिक सामने नहीं आया है। इस मामले में पुलिस कार नंबर के आधार पर मामले की जांच में जुटी है।
यह मामला डिडौली कोतवाली क्षेत्र की इकौंदा चौकी क्षेत्र में शीमली रोड का है। रात में किसी समय इस मार्ग पर सड़क किनारे खेत में कार पलट गई। गुरुवार सुबह लोगों ने कार पलटी देखी तो भीड़ जमा हो गई। उत्तराखंड नंबर की लावारिस कार मिलने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी मुजम्मिल खां मौके पर पहुंच गए। कार की तलाशी ली गई तो उसमें कोई कागज नहीं मिला। लिहाजा कार को क्रेन से उठवा कर कोतवाली लाया गया। प्राथमिक जांच में यह कार किसी बीके उपाध्याय के नाम रजिस्टर्ड होने की जानकारी हुई है। प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि कार के नंबर के आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है।