49 हजारी हुआ सोना, सर्राफा ग्राहकों से सूना
अमरोहा सोने पर बढ़ती महंगाई से सराफा आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। सोने के भाव 49 हजारी हो गए हैं।
अमरोहा : सोने पर बढ़ती महंगाई से सराफा आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। सोने के भाव 49 हजारी होने से बाजार से ग्राहक पूरी तरह गायब हो गए हैं। शादी-ब्याह करने वाले भी सोने की खरीदारी में कटौती कर रहे हैं। वह महज जरूरत के मुताबिक ही आभूषण की खरीदारी कर रहे हैं। बाजार में कारीगरों के पास भी कोई काम नहीं है। इससे सराफा व्यापारियों की कमर टूट गई है।
सोने के भाव आसमान पर पहुंच जाने से शादी-ब्याह करने वालों की जेब पर भारी पड़ रहे हैं। इज्जत की खातिर वह सोने के गहने ज्यादा न खरीदकर कम से काम चला रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान मार्च में सोने के दाम 43 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर थे लेकिन, जब लॉकडाउन खुला तो यह बढ़कर 46 हजारी हो गया। हालांकि लॉकडाउन के दौरान सराफा से सोने की खरीदारी ज्यादा नहीं हुई लेकिन, अंतरराष्ट्रीय बाजार और शेयर मार्केट में शेयर के दाम अधिक होने पर सोने के दामों में भी उछाल आ गया। अब सोने के दाम अचानक 49 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए। इससे सराफा आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। ग्राहक बाजार से पूरी तरह से गायब हैं। इससे सराफा में सन्नाटा सा पसरा हुआ है। सराफा व्यवसाइयों का कहना है यह सब अंतरराष्ट्रीय बाजार का नतीजा है। क्या बोले सर्राफ -सोने के भाव में बढ़ोत्तरी का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव बढ़ने से हुआ है। वहीं चीन से भारत का चल रहा विवाद भी कुछ हद तक सोने दाम में बढ़ोत्तरी का कारण हैं। सोने के दाम बढ़ने से सराफा सूना पड़ा है।
राकेश वर्मा। -सोने के दाम अचानक 49 हजार रुपये होने से ग्राहक सराफा से गायब हो गए हैं। शादी-ब्याह करने वाले ही जरूरत के मुताबिक सोने के गहने खरीद रहे हैं। ग्राहक न आने से सराफा में सन्नाटा छाया हुआ है।
विजय शंकर अग्रवाल।
-सोने के दाम बढ़ने से सराफा में सन्नाटा छाया हुआ है। खरीदारी बिल्कुल बंद सी है। दुकानदार पूरे दिन हाथ पर हाथ रखे ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। शाम को दुकान बंद कर चले जाते हैं। ऐसे में सराफा को बहुत बड़ा नुकसान हैं।
विनीत अग्रवाल।
-अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम 49 हजार होने से सर्राफा ठप हो गया है। ग्राहक ढूंढे से भी नहीं मिल रहे हैं। सोने के गहनों की कोई बढ़ी खरीदारी नहीं हो रही। शादी-ब्याह वाले ही जरूरत के मुताबिक गहने खरीद रहे हैं।
मदन कुमार वर्मा।