कोरोना के खौफ में गुजरा साल, बिगड़ने लगा फिर हाल
गजरौला 22 मार्च 2020 दिन रविवार। शहर की सड़कों पर हर तरफ वीरानगी।
गजरौला : 22 मार्च 2020, दिन रविवार। शहर की सड़कों पर हर तरफ वीरानगी। अजीब से सन्नाटे के बीच कुछ सुनाई दे रहा था तो बस पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की गाड़ियों के हूटर की आवाज। इन हालात को 365 दिन तो गुजर गए मगर कोरोना का खौफ आज भी बरकरार नहीं बल्कि फिर से बेकाबू होने के आसार हैं।
उस समय चीन, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, अमेरिया समेत कई देशों में कोरोना कहर मचा रहा था। लोग मौत की नींद सो रहे थे। हर कोई खुद को सुरक्षित करने में लगा था। कोरोना के डर से लोग घरों में कैद हो गए। देश को सुरक्षित रखने के लिए जनता कर्फ्यू लगाया गया था। उस समय वक्त का पहिया तो चलता रहा मगर, जिदगी की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। हर ओर कोरोना के कहर को खौफ नजर आ रहा था। इंसान, इंसान से दूरी बना रहा था। अपनों को भी गैरों की तरह देख रहा था। इसके बाद फिर लॉकडाउन की घोषणा हुई। हालांकि एक साल के भीतर ने देश ने कोरोना के खात्मे को वैक्सीन का निर्माण कर दिया। जो, अब लोगों के लग रही है। दीगर बात यह है कि कोरोना का खौफ बरकरार ही नहीं बल्कि कोरोना का दूसरी रूप भी सामने आया है। मगर, लोग बीते एक साल में झेले गए दर्द को भूलकर फिर लापरवाही बरतने लगे हैं। इसी वजह से आंकड़ों में भी इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि अमरोहा के जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने आदेश जारी कर बिना मास्क के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई है। जांच बढ़ाने के साथ बाहर से आने वालों की निगरानी शुरू
गजरौला : जैसे ही कोरोना के बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ तो शासन भी सतर्क हो गया। शासन ने आदेश जारी किया है कि जांच की संख्या में बढ़ोतरी करते हुए बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी भी शुरू कर दी जाए। इसके लिए आशाओं को सतर्क किया जाए।
नहीं हुए सतर्क तो संभलना होगा मुश्किल
गजरौला : कोरोना लगातार रूप बदल रहा है। इससे यूके, दक्षिण, अफ्रीका में दहशत का माहौल है। देश में भी नए स्टेन की दस्तक हो चुकी है। इसके बाद भी लोग बस, मैजिक, ई-रिक्शा, कार आदि सड़कों पर बिना मास्क व सैनिटाइजर लगाए घूम रहे हैं। चिकित्सकों ने अपील है कि अगर, सतर्क नहीं हुए तो फिर से कोरोना की दूसरी लहर आई तो उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा। कोरोना पर काबू पाने के लिए लगाए गए जनता कर्फ्यू को साल हो गया। वैक्सीन भी आ गई। लोग फिर से लापरवाही करते हुए नजर आ रहे हैं। मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना भूल गए। समय-समय जागरूक करने के बाद भी सतर्क नहीं हो रहे हैं। ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले समय में संक्रामण बढ़ जाएगा। इसलिए जागरूकता के साथ कार्य करें।
डॉ. योगेंद्र सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, गजरौला।