पालतू गोवंशीय पशुओं को छुट्टा छोड़ने में 26 किसान फंसे
अपने पालतू गोवंशीय पशुओं को घरों से छुट्टा करके प्राथमिक विद्यालय एवं अस्पताल में बंद कर दिए।
जेएनएन, हसनपुर। अपने पालतू गोवंशीय पशुओं को घरों से छुट्टा करके प्राथमिक विद्यालय एवं अस्पताल में बंद करने के मामले में प्रशासन ने 26 किसानों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट लिखाई है। इस कार्रवाई से किसानों में हलचल मच गई है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को उपजिलाधिकारी विजय शंकर मिश्र को सूचना मिली थी कि कुछ किसानों द्वारा अपने पालतू पशुओं को मारपीट कर प्राथमिक विद्यालय में बंद किया गया है। उनके निर्देश पर पशुधन प्रसार अधिकारी रहरा पिटू सिंह, सहायक विकास अधिकारी तथा ग्राम विकास अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से गोवंशीय पशुओं को विद्यालय में बंद करने से मना किया। ग्रामीण नहीं माने और हंगामा करते हुए दर्जनों पशु स्कूल में बंद कर दिए। इसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम के आदेश पर आदमपुर पुलिस ने निरंजन, जयपाल, अरविद, चरण सिंह, हरदेव, श्यामलाल, गोपाल निवासी गण आदमपुर तथा लाल सिंह, शंकर, सतपाल, राजवीर, बाबू, विनोद, उमेदी, खेमचंद, मूलचंद, खरगी, चोखे, रामचंद्र, जगदीश, बलवीर, किशनपाल, गुड्डू, पप्पू, विजयपाल तथा नसरुद्दीन निवासी ग्राम बीझलपुर के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की है। एसडीएम ने स्पष्ट कहा है कि पालतू पशुओं को छुट्टा छोड़ देने की किसी को इजाजत नहीं है। उन्होंने थाना पुलिस को आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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सरकारी स्कूलों में बंद किए थे गोवंशीय पशु
जागरण संवाददाता, ढवारसी: खेतों में खुले घूम रहे बेसहारा गोवंशीय पशुओं को ग्रामीणों ने सरकारी विद्यालयों में बंद कर दिया था। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी ने बंद गोवंशीय पशुओं को विद्यालयों से बाहर करा दिया।
तहसील क्षेत्र के गांव आदमपुर, बीझलपुर तथा शीतला सराय के ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह खेतों में खुले घूम रहे बेसहारा पशुओं को प्राथमिक विद्यालयों में बंद कर दिया। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी विजय शंकर मिश्र, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.ब्रजवीर सिंह एवं आदमपुर के प्रभारी निरीक्षक आदमपुर पंकज वर्मा ने तीनों गांव के प्राथमिक विद्यालयों में बंद गोवंशीय पशुओं को छुड़वा दिया। किसानों ने फसलें बर्बाद होने की जानकारी देते हुए काफी सवाल जवाब किए। एसडीएम विजय शंकर मिश्र ने बताया कि दूध निकालकर पशुओं को घर से बाहर करना ठीक नहीं है। ग्रामीणों द्वारा पशुओं को छोड़ने की सूचना मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।