योग और आयुर्वेद बने खाकी के सुरक्षा कवच
अमेठी कोरोना से लड़ाई लंबी खिंच रही है। ऐसे में सबसे अग्रिम मोर्चें पर डटे पुलिस वालों क
अमेठी : कोरोना से लड़ाई लंबी खिंच रही है। ऐसे में सबसे अग्रिम मोर्चें पर डटे पुलिस वालों की चुनौती और बढ़ गई है। ऐसे में इस लड़ाई में जीत के लिए पुलिस ने योग व आयुर्वेद को अपना सुरक्षा कवच बना लिया है। योग और प्राणायाम कर पुलिसकर्मी जहां शरीर को चुस्त-दुरुस्त रख रहे हैं तो आयुर्वेद वर्णित औषधीय गुण वाले खाद्य पदार्थो का भोजन में प्रयोग कर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने भी मन की बात में वर्तमान हालात में योग और आयुर्वेद को काफी अहम बताया है। पीएम की बात सुन पुलिस का उत्साह और बढ़ चला है।
वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते केसों के बीच जिले में पुलिस की चुनौती भी बढ़ती जा रही है। गांव से लेकर शहर तक हर जगह बिना पुलिस के काम नहीं चल रहा है। ऐसे में पुलिस एहतियातन हर जरूरी कदम उठा रही है। पुलिस कप्तान डा. ख्याति गर्ग एमबीबीएस हैं। ऐसे में उन्होंने समय रहते ही पुलिस के लिए योग और आयुर्वेद का सहारा लेने की सलाह दी। जिसका पुलिस का हर एक जवान पालन कर रहा है। पुलिस के जवान ड्यूटी की भागदौड़ में जहां जैसे भी समय मिल रहा है। उसी के अनुसार योग व आयुर्वेद का सहारा ले रहे हैं।
खाने में हो रहा इनका प्रयोग
पुलिसकर्मियों के भोजन में हल्दी, जीरा, लहसुन, धनिया के साथ एक चम्मच च्यवनप्रास, तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ, मुनक्के के काढ़े का प्रयोग हो रहा है। हल्दी मिले गर्म दूध, खांसी आने या गला खराब होने पर ताजा पुदीना या अजवाइन का भाप लेना, लौंग पाउडर को शहद के साथ दिया जा रहा है।
कोट
योग व आयुर्वेद रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। सभी पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक की ओर से योग व प्राणायाम करने व आयुर्वेद में वर्णित खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी गई है।
-दयाराम, एएसपी, अमेठी