रेलिग विहीन पुल बन रहा दुर्घटनाओं का कारण
संबंधित महकमा समस्या पर ध्यान देना भी मुनासिब नहीं समझ रहा। चोर रेलिंग काटकर ले गए थे।
अमेठी : गुमिया ड्रेन पर बना रेलिग विहीन पुल हादसे का सबब बन गया है। वहीं, कई दुर्घटनाओं के बाद भी संबंधित महकमा इस समस्या पर ध्यान देना तक मुनासिब नही समझ रहा।
इन्हौना- सेमरौता मार्ग पर रतवलिया मैंझार गांव के समीप गुमिया ड्रेन गुजरता है, जिस पर से आवागमन के लिए पुल है। हालांकि पुल के दोनों छोर पर लोहे की रेलिग भी बनाई गई थी, जो कि तकरीबन पांच वर्ष पहले चोर काटकर ले गए। इसके बाद से इस पुल पर दोबारा रेलिग नहीं लगाई गई। राजमार्ग की श्रेणी में आने वाला यह मार्ग इन्हौना, अहोरवा भवानी, सेमरौता सहित समूचे इलाके को रायबरेली जनपद से जोड़ता है।
अतिव्यस्ततम इस मार्ग पर हर रोजना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। इसी मार्ग से स्कूली बच्चे व इलाज के लिए सीएचसी आने-जाने वाले मरीजों के वाहन भी निकलते हैं। बहरहाल, स्थानीय निवासियों ने पुल की रेलिग बनवाने की मांग की है।
रेलिंग विहीन पुर पर दो की हो चुकी है मौत :
गुमिया ड्रेन पर बने रेलिग विहीन पुल पर गुजरते समय हर वक्त हादसे का डर बना रहता है। रेलिग नहीं होने के कारण ड्रेन में गिरने से बीते दिनों कार सवार दो लोगों की जान जा चुकी है। पांच माह पहले दो जुलाई की रात बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ निवासी विश्वजीत सिंह व जय सिंह कार से घर जा रहे थे। रात करीब ग्यारह बजे अनियंत्रित कार ड्रेन में गिरने से दोनों की मौत हो गई थी।
ग्रामीणों की सुनिए :
सेमरौता निवासी स्कूल संचालक कमलेश अग्निहोत्री ने बताया कि ड्रेन से कुछ दूरी पर स्कूल होने से बच्चों का आना-जाना इस से होता है। भविष्य में कोई हादसा न हो, इसलिए पुल पर रेलिग लगाने की जरूरत है। मैंझार के ग्राम प्रधान दिलीप यादव बताते हैं कि पुल के निकट ही रिहायशी इलाका है। हर समय लोग इधर से गुजरते हैं। पुल पर रेलिग नहीं होने से डर बना रहता है। अधिवक्ता रतनाकर पांडेय का कहना है कि कई वर्षों से पुल पर रेलिग नहीं होने से लोग हादसे का शिकार बन रहे हैं।