दो दशक से अफसरों की गलती का खामियाजा भुगत रहे वोटर
सिंहपुर आम चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग तरह-तरह सहूलियतें
सिंहपुर : आम चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग तरह-तरह सहूलियतें मतदाताओं को दे रहा हैं। वहीं एक गांव ऐसा है, जहां बूथ की अदला-बदली मतदाताओं के लिए मुसीबत बना हुआ है। अफसरों की गलती का खामियाजा दो दशक से वोटर भुगत रहे हैं। गांव से मतदेय स्थल की दूरी अधिक होने के कारण अधिकांश मतदाता वोट डालने नही पहुंच पाते।
प्रकरण विधानसभा तिलोई के बूथ एक और दो खरावां ग्रामपंचायत का है। ग्राम पंचायत के पूरे दृगपाल के प्राथमिक विद्यालय में बूथ संख्या एक बनाया गया है। जबकि दूसरा बूथ खरावां प्राथमिक विद्यालय में बना है। खरावां और आसपास के चार अन्य गांवों के मतदाताओं को लगभग तीन किलोमीटर दूर पूरे दृगपाल में बने बूथ पर वोट डालने जाना पड़ता है। इसी प्रकार पूरे दृगपाल बूथ से सटे आधा दर्जन अन्य मजरों के वोटर अधिक दूरी तय कर मतदान के लिए खरावां बूथ पर जाने को मजबूर हैं। ग्रामीणों के अनुसार, वर्ष 2002 से यह समस्या चली आ रही है।
इन गांवों के लोग जाते हैं खरावां
ग्राम पंचायत के पूरेसूबेदार, पूरे भरथु, सिंहवापुर, पडूंरा, पूरे दृगपाल व पूरे हिदू गांव के 1055 मतदाताओं को वोट डालने के लिए तीन किमी की दूरी तय कर प्राथमिक विद्यालय खरावां जाना पड़ता है।
यहां के लोगों को जाना पड़ता है पूरे दृगपाल
खरावां, पूरे निहाल, पूरे मैना, पूरे बाजार के 723 वोटर मतदान के लिए बूथ संख्या एक प्राथमिक विद्यालय पूरे दृगपाल जाते हैं। खावां प्रधान के परिवार के रामसेवक कहते हैं कि करीब 20 वर्ष से दूरी अधिक होने से अधिकांश वोटर बूथ तक नहीं जा पाते। इसका निदान नहीं हो रहा है। वहीं पूर्व प्रधान राधेलाल मिश्र कहते हैं कहते हैं कि हमारी पंचायत के मतदाताओं के लिए यह बड़ी मुसीबत है। 2002 के बाद से सभी चुनाव में मतदान के लिए लोगों को तीन किमी दूर जाना पड़ रहा है। इससे मतदान प्रतिशत बहुत कम रहता है।
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ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है। फिलहाल जानकारी कर आवश्यक कदम उठाया जाएगा।
शिवानी सिंह, एसडीएम