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लकड़ी का पुल बनाकर नदी पार कर रहे ग्रामीण

संग्रामपुर के कोलवा गांव के किनारे से मालती नदी का तट है। बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने पर कई गांवों का आपस में संपर्क टूट जाता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 01:02 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 01:02 AM (IST)
लकड़ी का पुल बनाकर नदी पार कर रहे ग्रामीण
लकड़ी का पुल बनाकर नदी पार कर रहे ग्रामीण

अमेठी : संग्रामपुर ब्लॉक के कई दर्जन गांव के ग्रामीण लकड़ी का पुल बनाकर मालती नदी पार करने को मजबूर हैं। संग्रामपुर के कोलवा गांव के किनारे से मालती नदी का तट है। गांव के लोगों का ज्यादातर खेत नदी के दूसरे किनारे पर है। वहीं, दूसरे छोर बबुरी, नोदरा, तिवारीपुर गांव के किसानों का खेत नदी के दूसरे तट के पार है। बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने पर कई गांवों का आपस में संपर्क टूट जाता है।

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पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 40 साल पहले गांव के दौरे में ग्रामीणों की मांग पर पुल निर्माण करवाने का आश्वासन दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री के प्रयास से पुल निर्माण को लेकर विभागीय कवायद भी शुरू हो गई थी। लेकिन, उनके असामयिक निधन के बाद कवायद पर विराम लग गया। ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी रही। जनप्रतिनिधियों की ओर से इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। लड़की का पुल ही ग्रामीणों के नदी पार करने का एक मात्र जरिया है। हर साल ग्रामीण स्वयं के प्रयास से लकड़ी का पुल बनाकर अपनी समस्या का वैकल्पिक निस्तारण करने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों ने कहा, पुल बनने से सभी का होगा फायदा :

गांव की आशा बहू गायत्री सिंह कहती हैं हम को प्रतिदिन ग्राम पंचायत के दूसरे गांवों में जाने के लिए लकड़ी के पुल से मालती नदी पार करना पड़ता है। गांव के लोगों के प्रयास से इसे हर साल बनाया जाता है। यह पुल न हो तो हम लोगो कों आवागमन के लिए कई किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़े। विजय कुमार गिरि कहते हैं कि नदी पर पुल बनने से बबुरी, नोदरा, तिवारीपुर, धोये, टीकरमाफी सहित दर्जनों गांवों के लोगों के लिए आवागमन का एक सीधा मार्ग मिल जाएगा। अुर्जन गुप्ता बताते हैं कि संग्रामपुर के दक्षिणी हिस्से के ग्रामीण सहजीपुर हाल्ट स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने आते हैं। कोलवा में पुल होने से पचास हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। फूलचंद कहते हैं कि कोलवा गांव में किसानों और ग्रामीणों के लिए पुल बनना अति आवश्यक है। हम लोग बचपन से ही पानी के बीच होकर आवागमन करने को मजबूर हैं। पुल का निर्माण होना लोगों के लिए संजीवनी साबित होगा। कई गांवों के लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

विधायक प्रतिनिधि ने कहा, बनेगा पुल :

अमेठी विधायक गरिमा सिंह के प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या गंभीर है। वह मुख्यमंत्री व दीदी स्मृति से मिलकर मालती नदी पर पुल बनवाने की मांग करेंगे। जल्द ही पुल का निर्माण करवाया जाएगा।


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