गांव को खुले में शौच मुक्त का तमगा फिर भी अधूरे हैं इज्जत घर
बाजारशुकुल (अमेठी) : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को खुले
बाजारशुकुल (अमेठी) : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया है, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है। गांव में अधूरे पड़े इज्जत घर अपनी कहानी स्वयं कह रहे।
क्षेत्र के काजीपुर, निरहीगढ़ ग्राम पंचायत में बने इच्जत घरों के निर्माण में तमाम खामिया देखने को मिली। ग्राम प्रधान द्वारा पीली ईंटों से मानक की अनदेखी कर इच्जत घरों का निर्माण कराया गया है जो निर्माण होते ही गिरना शुरू हो चुके हैं। काजीपुर गाव में कैलाशा के इच्जत घर में दरवाजा नहीं है सीट अस्त व्यस्त है। निरहीगढ़ में लल्लू पुत्र ननकऊ मौर्य के घर के सामने बने इच्जत घर में दरवाजा का काम खाद की बोरी से लिया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में 80 फ सदी इच्जत घरों का आजतक इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है फि र भी गाव खुले में शौच से मुक्त हो गया।
गाव तक नहीं जातीं निगरानी समिति
गावों को खुले में शौच से मुक्त की देखरेख व जागरूकता के लिए गठित ब्लाक स्तरीय ग्राम स्वच्छता एवं निगरानी समिति के कर्मचारी गावों तक नहीं जाते। इन्हें गावों में पहुंचकर ग्रामीणों को खुले में शौच न करने के प्रति जागरूक करना चाहिए, किन्तु ब्लाक मुख्यालय पर ही जमें रहते हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सहायक विकास अधिकारी पंचायत राम मिलन सरोज भी इस संबंध में कोई स्पष्ट जबाब नहीं देते। इच्जत घरों के मानक विहीन निर्माण व उनकी अनुपयोगिता के सवाल पर वह मात्र इतना कहते हैं कि जांच करायी जाएगी।