आपदा में भी अपनों के लिए राह तलाशती स्मृति
हुनरमंद हाथों को स्वरोजगार से जोड़ने की कोशिश जारी है। वहीं ई चौपाल के जरिए लोगों की परेशानी समझी।
दिलीप सिंह, अमेठी : कोरोना संक्रमण से उपजे हालात में भी केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति इरानी अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ उनकी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश में लगी हैं। विकास कार्यों को गति देने के साथ ही परदेश से लौटे लोगों के लिए रोजगार के अवसर तलाशने के साथ ई चौपाल के जरिए समस्याओं को जानकर उनका समाधान करने की कोशिश की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बातचीत में सराय मोहन गांव की ज्योति ने बताया कि वह सिलाई का काम जानती है पर उसके पास सिलाई मशीन नहीं है तो सांसद ने अगले दिन सिलाई मशीन ज्योति के घर भेजवाई। हुनरमंद हाथों को स्वरोजगार से जोड़ने की उनकी पहल से कई घरों में उम्मीद का दीप जला है तो समस्याओं के समाधान के लिए सिस्टम पर जिम्मेदारी व जबाबदेही तय होने से आम जन की पीड़ा काफी कुछ कम हुई है।
किसानों पर फोकस : आपदा में किसानों को खेती-किसानी में किसी तरह की समस्या न हो। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति लगातार फिक्रमंद बनी हुई हैं। जिलाधिकारी अरुण कुमार बताते हैं कि जिले में यूरिया की कमी होने पर जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी हुई। सांसद के प्रयास से अगले दिन ही यूरिया की रैक पहुंच गई। जिससे काफी राहत मिली।
स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी का प्रयास : कोरोना संक्रमण के प्रभाव को बढ़ने से रोकने के लिए सांसद ने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी का लगातार प्रयास किया। पहले दस लाख का सामान भेजा। फिर निधि से एक करोड़ की धनराशि दी। इसके साथ ही चिकित्सकों की एक टीम बनाकर लोगों की मदद के लिए लगाया।
हर समस्या के समाधान की है कोशिश : सांसद स्मृति इरानी के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने कहा कि आपदा के इस दौर में अमेठी की हर समस्या के समाधान के लिए दीदी लगातार प्रयासरत हैं। बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के साथ ही मानरेगा सहित दूसरी विकास की योजनाओं में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार व जरूरतमंदों को स्वरोजगार से जोड़ने का लगातार वह प्रयास कर रही है।