शुभम का अंतिम संस्कार, देर रात एफआइआर दर्ज
पैतृक गांव परसांवा में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी बल मौजूद रहा। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के भतीजे का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। परिवारजन के हंगामे के बाद शुक्रवार देर रात एफआइआर दर्ज हुई।
अमेठी : पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के भतीजे शुभम प्रजापति का अंतिम संस्कार शनिवार को पैतृक गांव परसांवा में किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। पिता जगदीश प्रसाद ने अंतिम संस्कार किया। वहीं, परिवारजन के हंगामे के बाद शुक्रवार को देर रात एफआइआर दर्ज हुई। रात तीन बजे के करीब जीआरपी ने एफआइआर की कॉपी दी तो परिवारजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
शुक्रवार देर शाम शुभम प्रजापति का शव प्रतापगढ़ से पैतृक गांव पहुंचा तो शोक संवेदना व्यक्त करने वालो का तांता लग गया। कोई बड़ा हंगामा न हो इसे देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। सीओ अर्पित कपूर, प्रभारी निरीक्षक पीपरपुर रतन सिंह, प्रभारी निरीक्षक अमेठी श्यामसुंदर, थानाध्यक्ष जायस भरत उपाध्याय, पुलिस लाइन की फोर्स के साथ पीएसी मौजूद थी।
वहीं, शुक्रवार शाम को मृतक के भाई अरुण प्रजापति सहयोगियों के साथ स्टेशन पहुंचे और एफआइआर दर्ज करने की मांग कर हंगामा किया। करीब बारह बजे तक गहमागहमी चलती रही। सीओ अमेठी ने समझाया, मगर बात नहीं बनी। इसी क्रम में जीआरपी प्रतापगढ़ थानाध्यक्ष फूल सिंह, उपनिरीक्षक राधेश्याम सिंह स्टेशन पर पहुंचे। जीआरपी की ओर से एफआइआर दर्ज करने का आश्वासन मिलने के बाद परिवारजन प्रतापगढ़ पहुंचे, जिन्हें रात तीन बजे एफआइआर की प्रति दी गई। जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि पिता जगदीश प्रजापति की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
भाई ने कहा, राजनीतिक साजिश में हुई हत्या
पूर्व मंत्री के भतीजे अरुण प्रजापति ने आरोप लगाया कि एफआइआर दर्ज करने में बहुत आनाकानी की गई। हम लोग रात में स्टेशन पर गए थे। अधिकारियों से बात हुई, जिसके बाद रात तीन बजे हम लोगों को प्रतापगढ़ जीआरपी थाने से एफआइआर की प्रति मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे राजनीतिक विरोधियों की साजिश इस घटना में है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गायत्री प्रजापति को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया है। उन्हीं लोगों ने शुभम को मारा है। मेरे भाई को न्याय मिले। घटना की उच्चस्तरीय जांच हो तभी न्याय मिलने की उम्मीद है।