सड़क मार्गो से खुलता है विकास का रास्ता : मंत्री
अयोध्या-जगदीशपुरमार्ग पर निर्मित 62 मीटर इंटरलॉकिग सड़क का लोकार्पण शुक्रवार को राज्यमंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक सुरेश पासी ने किया।
अमेठी : सड़के विकास का आईना होती हैं, जिनसे विकास का रास्ता खुलता है। इंटरलॉकिग सड़क के लोकार्पण अवसर पर राज्य मंत्री सुरेश पासी ने यह बात कही।
पूर्वाचल विकास निधि से ढाई लाख रुपये की लागत से अयोध्या-जगदीशपुरमार्ग पर निर्मित 62 मीटर इंटरलॉकिग सड़क का लोकार्पण शुक्रवार को राज्यमंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक सुरेश पासी ने किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास करना प्राथमिकता में शामिल है। सड़क बनने से आवागमन आसान हो जाता है। इस अवसर पर पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, विजय तिवारी, बाबा मसाला, पुत्तन शुक्ला, राम नेवाज ओझा, अमित सोनी व अमरचंद मौर्या आदि मौजूद थे।
रेलवे अंडरपास निर्माण में तेजी लाने का निर्देश :
रेलवे अंडरपास कादूनाला का डीएम ने निरीक्षण किया। रेलवे के अधिकारियों से वार्ता कर एक माह के भीतर कार्य पूर्ण करने के आदेश दिए।
शुक्रवार की सुबह जिलाधिकारी अरुण कुमार ने कादूनाला अंडरपास पहुंचे। निर्माण कार्य की गुणवत्ता परखने के साथ ही सुरक्षा के लिए तैयार आरसीसी सीमेंट ब्लाक की जानकारी ली। रेलवे सुपरवाइजर कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि रेलवे क्रासिंग केबिन संख्या-113 सी कादूनाला अंडरपास के लिए 15 आरसीसी ब्लाक का निर्माण किया गया है। अभी तक आधा दर्जन ब्लाक सेट किए गए हैं। अलकनंदा एसोसिएट ग्रुप के अधिशासी अधिकारी बनवारी लाल के मुताबिक अंडरपास निर्माण तकनीकी टीम की देखरेख में तेजी से चल रहा है। सुरक्षा टीम कार्य की गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस बाबत डीएम अरुण कुमार ने बताया कि कादूनाला अंडरपास लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। इससे कई गांवों के सैकड़ों लोगों को अब आवागमन के लिए रेलवे फाटक खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
कादूनाला पार्क का निर्माण शुरू :
डीएम ने कादूनाला पार्क निर्माण के लिए शहीद स्थल के पूर्व में खाली जमीन का नए सिरे से सुंदरीकरण कर उसे पार्क में शामिल करने का निर्देश दिया। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश बडौला ने बताया कि कादूनाला वन्य क्षेत्र में पार्क निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य चल रहा है। कादूनाला पुल के पश्चिमी भाग में स्थित जंगली पेड़ों की छंटाई कर उनके बीच हरियाली के लिए पौधारोपण के लिए गड्ढे तैयार किए जा रहे हैं।