इमारतें बनी, नहीं बना रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
जल संचय के लिए शासन ने सभी इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने की योजना बनाई है। संबंधित मंत्रालय ने भी इस बावत नियम बनाए हैं। बावजूद इसके ग्रामीण क्षेत्र में बने सरकारी भवनों में जल संरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है।
अमेठी : जल है तो कल है। जीवन को बचाने का प्राणवायु के साथ शुद्ध जल भी प्रमुख कारक है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में शुद्ध जल की उपलब्धता बहुत आवश्यक है। अंधाधुंध भूजल दोहन से जलस्तर नीचे गिर रहा है। इस संकट से निपटने के लिए सरकार संजीदा है। लेकिन, सरकारी अफसर और आम जनमानस इस ओर ध्यान नहीं दे रहे।
जल संचय के लिए शासन ने सभी इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने की योजना बनाई है। संबंधित मंत्रालय ने भी इस बावत नियम बनाए हैं। बावजूद इसके ग्रामीण क्षेत्र में बने सरकारी भवनों में जल संरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। वैसे तो यहां बहुमंजिला इमारतें बहुत कम हैं। जितने भवन हैं उनमें भी हार्वेस्टिग सिस्टम होना चाहिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा भवन के अलावा आवासीय इमारतें भी बनी हैं, लेकिन जल संचय की कोई व्यवस्था नहीं है। जिला रेफरल अस्पताल की बहुमंजिला इमारत में भी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं बनाया गया। यही हाल ग्राम्य विकास की रूपरेखा तैयार करने वाले ब्लाक कार्यालय का भी है। यहां भी वर्षा जल संचय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं कस्बाई इलाकों में भी लोग बिल्डिग बनवा रहे हैं, लेकिन कहीं भी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं दिखता।
ऐसे कर सकते हैं जल संचय : वैसे तो वर्षा जल संचय करने की तमाम विधियां है, लेकिन कुछ आसान तरीकों से ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल संरक्षित किया जा सकता है। सतह जल संरक्षण प्रणाली अपनाकर बड़े ड्रेनेज पाइप के माध्यम से वर्षा जल को कुआं, तालाबों में जमा कर सकते हैं। वहीं पाइप के सहारे भूमिगत टैंक में छत के पानी का भंडारण किया जा सकता है।
क्यों जरूरी है वर्षा जल संचयन : रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से भूजल स्तर बढ़ेगा और पानी की किल्लत दूर होगी। बरसात का पानी बर्बाद होने से बचाकर पूरे वर्ष उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। कृषि कार्य के लिए आसानी से पानी की कमी पूरी की जा सकती है।
जिम्मेदार के बोल : एडीएम सुशील प्रताप सिह ने कहा कि वर्षा जल संरक्षण पर काम किया जा रहा है। किन-किन इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम की व्यवस्था नहीं है। इसकी जानकारी की जाएगी।