अमेठी में दस को अपनी हार की समीक्षा करेंगे कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी
अमेठी लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ रहा है। अमेठी से राहुल गांधी 2004 2009 और 2014 में चुनाव जीते थे। इतना ही नहीं वह कांग्रेस में शीर्ष पद पर पहुंचे।
अमेठी, जेएनएन। कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब राहुल गांधी अमेठी में अपनी हार के कारणों की समीक्षा करेंगे। केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी दस जुलाई को अमेठी में ही स्मृति ईरानी से हार झेलने के कारण तलाशेंगे।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ रहा है। अमेठी से राहुल गांधी 2004, 2009 और 2014 में चुनाव जीते थे। इतना ही नहीं, वह कांग्रेस में शीर्ष पद पर पहुंचे। इसके बाद भी उनको 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी से शिकस्त मिली। कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी 10 जुलाई को अमेठी में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। यह माना जा रहा है कि राहुल गांधी अपनी हार की समीक्षा भी करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को घोषणा की कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। उनके नेतृत्व में पार्टी केवल 52 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी।
राहुल गांधी 15 साल में पहली बार अमेठी के सांसद नहीं हैं और अब वो कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी नहीं है। 10 जुलाई को राहुल पहली बार अमेठी में एक साधारण कांग्रेस नेता के तौर पर मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी लगातार तीन बार अमेठी से सांसद रह चुके हैं। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55 हजार वोटों से हराकर कांग्रेस का अमेठी किला ध्वस्त कर दिया। अब चुनाव हारने के लगभग डेढ़ महीने बाद राहुल गांधी को एक बार फिर अमेठी की याद आई है। राहुल गांधी के इस अमेठी दौरे की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है।
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर मैं 2019 के चुनाव के नुकसान के लिए जिम्मेदार हूं। अब हमारी पार्टी के भविष्य के विकास के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है। राहुल ने कहा कि यही कारण है कि मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है और मैं अब पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं।
राहुल ने कहा कि पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए कठोर निर्णयों की आवश्यकता होती है और 2019 की विफलता के लिए कई लोगों को जवाबदेह बनाना होगा। उन्होंने कहा पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर अपनी जिम्मेदारी को अनदेखा कर दूसरों को जवाबदेह ठहराना अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि किसी नए व्यक्ति के लिए कांग्रेस का नेतृत्व करना महत्वपूर्ण था और उनके लिए उस व्यक्ति का चुनाव करना सही नहीं होगा। अब पार्टी के सभी शीर्ष नेता इसपर फैसला करेंगे।