सर्दी के साथ बढ़ी जुकाम, बुखार और सांस रोगियों की संख्या
तापमान में आई गिरावट से बढ़ी ठंड ने बचों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है।
अमेठी : सर्दी का प्रकोप शुरू हो गया है। दिन में खिल रही धूप और रात के समय पड़ रही ठंड स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। तेजी से गिर रहा पारा लोगों को बीमार बना रहा है। तापमान में आई गिरावट से बढ़ी ठंड ने बच्चों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। इससे सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ ही श्वास रोगियों की संख्या बढ़ गई है।
मौसम में बदलाव के साथ ही मौसमी बीमारियां अपना प्रभाव दिखाने लगी हैं। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच बच्चों में खांसी,जुकाम बुखार जैसी बीमारी पांव पसारने लगी है। यही नहीं सांस रोगियों के अलावा रक्तचाप और हृदय संबंधी रोग भी उभरने लगे हैं। ऐसे दर्जनों मरीज उपचार के लिए प्रतिदिन स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक दवाओं के साथ ही सर्दी के मौसम में एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।
चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि ऐसे मौसम में अस्थमा और सांस रोगियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में नवजात और किशोर की विशेष देखभाल बहुत आवश्यक है। चिकित्सा अधीक्षक सीएचसी सिंहपुर डॉ. सुधीर वर्मा ने बताया कि इस समय सर्दी जनित बीमारियां बढ़ सकती हैं। अस्थमा व स्नोंफिलिया के मरीजों को खास सतर्कता बरतनी चाहिए। बच्चों में कोल्ड डायरिया का खतरा :
चिकित्सक का कहना है कि ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम व बुखार का होना आम बात है। लेकिन, कोरोना संक्रमण काल में यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उनका कहना है कि वायरल फीवर होते ही उसकी जांच कराना जरूरी है। वहीं, बच्चों में कोल्ड डायरिया व निमोनिया होने की आशंका रहती है। जरा सी लापरवाही से पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं।
ऐसे बरते सावधानी :
- गर्म कपड़े पहने।
- गर्म पानी व पदार्थो का सेवन करें।
- कोहरे में मास्क लगाकर निकलें।
- ठंडी चीजों का उपयोग बिल्कुल न करें।
- बच्चों व बुजुर्गों का खास ख्याल रखें।
- बीमारी के लक्षण दिखने पर चिकित्सक से परामर्श लें।