अयोध्या-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर गड्ढे ही गड्ढे
46 करोड़ रुपये की लागत से वर्ष 2013 में रायबरेली से जगदीशपुर तक मरम्मत कार्य का टेंडर हुआ था।
अमेठी : रायबरेली से अयोध्या को जोड़ने वाली सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग कहलाती है, जो कि संपर्क मार्गो से भी बदतर हालत में है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह जानलेवा गड्ढे हैं। ऐसा तब है, जब इसके निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं। भ्रष्ट महकमे व ठेकेदारों की मिलीभगत से पहले निर्माण के नाम पर फिर मरम्मत पर सरकारी खजाने की मनचाही लूट की गई, मगर गड्ढे फिर भी नहीं पट सके।
भ्रष्टाचार का आलम यह है कि करार अवधि से पहले ही सड़क जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गई। वर्ष 2013 में 46 करोड़ रुपये की लागत से महज रायबरेली से जगदीशपुर तक मरम्मत कार्य का टेंडर हुआ, जो कि एक दागी कंपनी को मिल गया। इस कंपनी ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर गड्ढे भरने के बजाए अपनी जेब भरी और चलती बनी। गुणवत्ताविहीन मरम्मत कार्य की तमाम लोगों ने शिकायतें की। लेकिन, जिम्मेदारों ने एक नहीं सुनी। नतीजा यह रहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग दोबारा गड्ढों में तब्दील हो गया। वहीं, यह मार्ग धार्मिक स्थल से जुड़ा होने के चलते बहुत उपयोगी है। रायबरेली अमेठी के अलावा फतेहपुर, बांदा, लखनऊ, उन्नाव जिलों को जोड़ने का काम करता है।
सड़क पर नजर डाले तो दुसौती, ओनडीह, पाकरगांव, बेसरवा, मोहनगंज व शंकरगंज आदि प्रमुख कस्बों में जानलेवा गड्ढे बन गए हैं, जिनमें मामूली बरसात होते ही जलभराव हो जाता है। यह स्थिति राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होती है। जिम्मेदारों की अनदेखी को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी असंतोष है।
अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि भी जिम्मेदार :
पाकरगांव निवासी राजन मिश्रा, सेमरौता निवासी सौरभ अवस्थी, तिलोई निवासी पंकज अवस्थी व हसवा निवासी ओम प्रकाश पासी बताते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग धार्मिक स्थल से जुड़ा होने के चलते बहुत उपयोगी है, जिसकी उपेक्षा की जा रही है। इस के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधि भी जिम्मेदार हैं। पंकज अवस्थी का कहना है कि इस बाबत उच्चाधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया, मगर गैरजिम्मेदार अधिकारियों ने अनसुनी के सिवाय कुछ नहीं किया।
बोले उपजिलाधिकारी :
उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर गड्ढे चिता का विषय हैं। इस बाबत लिखा पढ़ी की गई है। जल्द ही इस सड़क मार्ग को गड्ढा मुक्त कराया जाएगा।