अमेठी में चुनावी फील्डिंग के लिए कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग से सियासत गर्म
आम चुनाव 2019 भले ही अभी दूर हो पर हाईप्रोफाइल अमेठी में भाजपा व कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज होने से यहां की सियासत गर्म हो गई है।
अमेठी (दिलीप सिंह)। आम चुनाव 2019 भले ही अभी दूर हो पर हाईप्रोफाइल अमेठी में भाजपा व कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज होने से यहां की सियासत गर्म हो गई है। दोनों ही दल चुनावी फील्डिंग सजाने में जुट गए हैं। सप्ताह भर के अंदर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी दूसरी बार शुक्रवार को अमेठी पहुंचने के साथ ही भाजपा भी खासी सक्रिय हो गई है। गढ़ में बढ़ती घेराबंदी के बीच कांग्रेस ने भी मोर्चा संभाल लिया है। तीन दिनों से राहुल गांधी के जनसम्पर्क कार्यालय में ताबड़तोड़ बैठकें हो रही है।
जरा इनकी सुनिए
- अमेठी कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्र ने कहा कि अमेठी में जो भी विकास हुआ है, वह सब कांग्रेस व गांधी-नेहरू परिवार ने कराया है। राहुल गांधी द्वारा लाई गई बड़ी परियोजनाओं को एक-एक कर स्मृति की सह पर यहां से वापस भेज दिया गया। स्मृति यहां नाटक करने आती हैं। वह बड़ी कलाकार हैं, जनता सब समझती है। भैया राहुल इस बार फिर रिडार्ट वोटो से जीतेंगे।
- अमेठी के भाजपा जिलाध्यक्ष उमाशंकर पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले साढे 14 सालों में सिर्फ अमेठी की जनता को छला है। यह तो स्मृति जी हैं कि जो चुनावी पराजय के बाद भी अमेठी के विकास को लेकर फिक्रमंद है। यहां जो कुछ भी विकास कार्य हो रहा है, वह सब उनके व भाजपा सरकार की देन है। इस बार अमेठी में भी कलम खिलेगा।
सियासी रार में पीछे होता विकास
आगामी नौ सितंबर को जिले के सभी न्याय पंचायतों में कांग्रेस ने चौपाल का कार्यक्रम रखा है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा से वापस आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी अमेठी आने की बात कही जा रही है। दोनों ही दल अमेठी के विकास को लेकर किए जा रहे एक-दूसरे के दावों को झूठा साबित करने में पूरा दम लगा रहे हैं। विकास सियासी रार में पीछे होता जा रहा है। जिम्मेदार बीआईपी व राजनीतिक कार्यक्रमों की सुरक्षा में लगे हुए हैं तो बरसात से आई बाढ़ के साथ ही बिजली, पानी व सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की ओर देखने की किसी को फुर्सत तक नहीं है।