नदी घाट तक कीचड़ से गुजरने को मजबूर राहगीर
मार्ग की ऊंचाई कम होने व जल निकासी की व्यवस्था ठीक न होने के कारण हमेशा पानी भरा रहता है।
अमेठी : पाली गांव से नदी घाट तक जाने वाले मार्ग पर पिछले कई वर्षों से जलभराव रहने से राहगीरों को ही नहीं आसपास रहने वालों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ब्लॉक मुख्यालय को गांव से जोड़ने वाले इस मार्ग से अयोध्या तक जाने का यह सुगम मार्ग है। सड़क के किनारे बनी नाली टूट गई है, जो बची है वह कीचड़ से चोक है। मार्ग की ऊंचाई कम होने व जल निकासी की व्यवस्था ठीक न होने के कारण हमेशा पानी भरा रहता है। गोमती नदी पर पाली नौका घाट होने से इस मार्ग से रात दिन लोगों का आना जाना रहता है। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत के पांच गांव नदी उस पार बसे हैं। वहां के ग्रामीणों का अक्सर यहां काम रहता है। मार्ग पर कीचड़ पानी भरने से लोगों ने रास्ता छोड़ दिया है।
सफाई के नाम पर ग्राम पंचायत लाखों रुपये खर्च किए हों, कितु गांव में फैली गंदगी व्यवस्था की पोल खोल रही है। गांव के कृष्ण मुरारी तिवारी, मुन्नीलाल, हनुमान दत्त कहते हैं कि मार्ग पर जल भराव की कई बार शिकायत की गई, कितु किसी ने इस तरफ नहीं देखा। वहीं, खंड विकास अधिकारी राजीव गुप्ता ने बताया कि मार्ग पर यदि जलभराव हो रहा है तो स्थलीय निरीक्षण कर समस्या के निराकरण का प्रयास किया जाएगा।
गंदगी दूर करने को चला सफाई अभियान :
गंदगी दूर करने के लिए सफाई अभियान चलाया गया। गंदगी से भरी नालियों को साफ किया जा रहा है। इससे बरसात में जल भराव की समस्या नहीं हो सकेगी।
कोरोना सहित बरसात में अन्य संक्रमित बीमारियों से बचाव के लिए जिले में सफाई अभियान चलाया गया है। प्रत्येक ब्लॉक के पांच छह गांव में सफाई कराई गई। जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने खजुरी गांव पहुंच कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि गुवावां, पहाड़गंज, बासूपुर, जगदीशपुर, पालपुर, निहालगढ़, निसुरा,हरगांव, नदियावां, घाटमपुर, पूरे चितई, अगरावां, महोना पूरब, सेवरा, ऊंचगांव,शाहगढ़, कौहार, सेंवई हेमगढ़,कसरावां, तेजगढ़ सहित सैकड़ों गांवों में सफाई अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शनिवार व रविवार को अभियान चलता रहेगा।