ग्राम प्रधानों में छलका 'परधानी' जाने का दर्द
पंचायत विभाग ने प्रशासक तैनात कर दिया है। गांव के खातों पर रोक लग गई है।
अमेठी : पंचायतों का कार्यकाल 25 को पूरा हो गया। गांव के खातों पर रोक लग गई है। उनके स्थान पर सहायक विकास अधिकारी को प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है।
पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू हो गई हैं। बूथों पर मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। पंचायत विभाग ने प्रशासक तैनात कर दिया है। पंचायत अधिकारी का कहना है की जो परियोजनाएं पंचायत में संचालित हैं। उन्हें पूरा कराया जाएगा। विकास खंड में 71 ग्राम सभा हैं। कार्यकाल पूरा होने के बाद पंचायतों के कामकाज के लिए प्रयास करते रहने का दावा मौजूदा प्रधान कर रहे हैं।
मुबारक पुर गांव की प्रधान अर्चना यादव व परवेज पुर के बलराम यादव का कहना है कि हम लोगों ने पांच साल ग्राम सभा में विकास के लिए काफी प्रयास किया है। उतेलवा के नागेंद्र तिवारी व पूरे शोहरत का पुरवा के गौरव एसआर सिंह का कहना है कि जो कार्य चल रहा है। पूरा कराने में सहयोग देंगे। वहीं, जनहित के लिए अपना प्रयास जारी रहेगा।
बहरहाल, निर्वाचित होने के बाद ग्राम प्रधानों को पंचायत विभाग की ओर से एक बस्ता दिया जाता है, जिसमें ग्राम पंचायत से संबंधित सभी प्रकार के अभिलेख व वित्तीय लेनदेन के लिए डोंगल, स्वच्छ भारत मिशन में इस्तेमाल होने वाली चेक बुक समेत अन्य सामग्री होती है।
वहीं, क्रिसमस की छुट्टी पड़ने व प्रधानी का कार्यकाल पूरा होने के चक्कर में ग्राम प्रधान शाम तक ब्लाक में डटे रहे। नेटवर्क बाधित होने की वजह से कराए गए विकास कार्यों का भुगतान नहीं हो सका। खंड विकास अधिकारी प्रीति वर्मा ने बताया कि पंचायत की सारी व्यवस्था ऑनलाइन है। प्रशासक ही कार्य भार देखेंगे। प्रधानों का बस्ता व डोंगल जमा हो गया है।