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आक्सीजन की कमी से अब नहीं थमेंगी सांसें

कोरोना की दूसरी लहर एक अप्रैल 2020 में शुरु हुई थी। धीरे-धीरे मरीजों की संख्या में इजाफा होता गया। स्वास्थ्य महकमे के पास कोई संसाधन नहीं था। यहां तक कि स्वास्थ्य कर्मियों को देने के लिए पीपीई किट एन-95 मास्क व सैनिटाइजर का अभाव था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 11:59 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 11:59 PM (IST)
आक्सीजन की कमी से अब नहीं थमेंगी सांसें
आक्सीजन की कमी से अब नहीं थमेंगी सांसें

कंचन सिंह, अमेठी

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कोरोना की दूसरी लहर में संसाधन व आक्सीजन की कमी से तमाम जाने चली गईं। हालत गंभीर होने पर जनप्रतिनिधियों ने सहयोग देकर स्थिति को संभाला। वहीं जिस अधिकारी पर संक्रमितों को सांस उपलब्ध कराने को जिम्मेदारी जिला प्रशासन से सौंपा था। वही आपदा में अवसर का भरपूर लाभ ले रहा था। लेकिन इस बार आक्सीजन की कमी को पूरा करने पर पूरा जोर है। अब तक दो आक्सीजन प्लांट तैयार हो चुके हैं, वहीं पांच अन्य जल्द शुरू हो जाएंगे।

कोरोना की दूसरी लहर एक अप्रैल 2020 में शुरु हुई थी। धीरे-धीरे मरीजों की संख्या में इजाफा होता गया। स्वास्थ्य महकमे के पास कोई संसाधन नहीं था। यहां तक कि स्वास्थ्य कर्मियों को देने के लिए पीपीई किट, एन-95 मास्क व सैनिटाइजर का अभाव था। विभाग बजट के अभाव में असहाय नजर आने लगा। इसी दौरान कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कोरोना से निपटने के लिए 25 लाख रुपये की सहायता राशि अपने निधि से उपलब्ध कराने के लिए पत्र जारी किया। वहीं अमेठी सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी मोर्चा संभाला। उन्होंने बड़ी मात्रा में मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई किट, आक्सीजन कंसंट्रेटर आदि के साथ ही सहायता राशि स्वास्थ्य महकमे को उपलब्ध कराया। तत्कालीन सीएमओ डा. आरएम श्रीवास्तव ने मिले स्वास्थ्य सामग्री को वितरित कराया। भाजपा नेता राजेश अग्रहरि ने दो करोड़ 40 लाख की धनराशि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष को प्रदान किया। संसाधन की कमी को देखते हुए सीएमओ ने दीपक सिंह को पत्र लिखकर और सहायता राशि की मांग की। इस पर उन्होंने वेंटीलेटर आदि के लिए 25 लाख की धनराशि जारी करने का पत्र सीडीओ को भेजकर धन की कमी नहीं होने का भरोसा दिया।

जिन पर थी जिम्मेदारी वही कर रहे थे कालाबाजारी : कोरोना संक्रमितों को सांस देने के लिए जगदीशपुर के कमरौली में महज एक आक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने की यूनिट नंदन गैसेज थी। वह भी ठीक से काम नहीं कर रही थी। आनन-फानन में उसे गैस आपूर्ति करने का आदेश डीएम ने दिया। आक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी दी गई। सूत्रों का कहना है कि जिले के मरीजों को कम एंबुलेंस चालकों के जरिए मनमाने दाम पर आक्सीजन बेच रहे थे।

एक नजर में कोरोना की दूसरी लहर का हाल

जिला अस्पताल में कुल - 15 डाक्टर

लगभग - 30 पैरामेडिकल

भर्ती मरीज - 1193

ठीक हुए - 9813

होम आइसोलेशन - 8620

मृतक - 143

आक्सीजन सिलेंडर - 400

गैर जनपद रेफर - 40

- दो आक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं

- अन्य पांच आक्सीजन के प्लांट जल्द शुरू हो जाएंगे

जिम्मेदार के बोल

तीसरी लहर को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जिला अस्पताल में दो आक्सीजन प्लांट चालू हो गए है। एक प्लांट एसीसी ने स्थापित कराया है। अन्य उपकरण व दवाएं खरीद ली गई है।

डा. आशुतोष कुमार दुबे

सीएमओ


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