डीपीआरओ के आवास से मिली डेढ़ लाख से अधिक धनराशि
-सफाईकर्मी से मिलने को किया इन्कार कार्यालय के एक कर्मचारी के अनुरोध पर हुईं सहमत
कंचन सिंह, अमेठी
रिश्वत मामले में गिरफ्तार डीपीआरओ के आवास से डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा धनराशि विजिलेंस टीम ने बरामद की है। सूत्रों के मुताबिक डीपीआरओ ने सफाई कर्मचारी से मिलने से इन्कार कर दिया था, फिर विभाग के एक कर्मचारी के अनुरोध पर वह सहमत हुईं। इस दौरान कार्यालय की गैलरी में लगे सीसी कैमरे का प्लग किसी ने निकाल दिया था।
गुरुवार को रिश्वत मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया था। बाजारशुकुल ब्लाक के गांव में तैनात सफाईकर्मी सुशील कुमार का लंबे समय से वेतन भुगतान आदि बकाया था। उसे निकलवाने के लिए उसने डीपीआरओ को 30 हजार रुपये रिश्वत के रूप में दिए थे।
दरअसल, सफाईकर्मी से डीपीआरओ ने मिलने से मना कर दिया था। विभाग के एक कर्मचारी के अनुरोध पर डीपीआरओ उससे मिलने के लिए सहमत हुईं। इसी दौरान सफाईकर्मी जबरन उनके केबिन में चला गया और दो-दो हजार रुपये के 15 नोट डीपीआरओ की मेज पर रख दिए। डीपीआरओ ने उक्त रकम को मेज से हटाने का प्रयास किया तो सफाईकर्मी उनका पैर छूने लगा। इसी दौरान पहले से मौजूद विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ को रंगेहाथ पकड़ लिया।
पूरी कार्रवाई के दौरान टीम ने डीपीआरओ से किसी को मिलने नहीं दिया। मेडिकल परीक्षण में डॉक्टरों ने रिपोर्ट में हाई ब्लडप्रेशर व सांस का रोगी बताया है। पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश करने पर अदालत ने डीपीआरओ को अस्पताल भेज दिया है। विजिलेंस टीम के प्रभारी निरीक्षक भानु प्रताप सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद शाम को पुलिस टीम ने डीपीआरओ के आवास की तलाशी ली, जहां से एक लाख 70 हजार की नकद धनराशि मिली। उन पर लगी पर्ची पर इमरजेंसी फंड लिखा था।
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मेरे साथ हुई गहरी साजिश
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने कहा कि उन्हें गहरी साजिश के तहत फंसाया गया है, जिसमें कार्यालय के कुछ कर्मचारी भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह बेगुनाह हैं।