लेखपाल गांवों में जाकर निपटाएं भूमि विवाद
मुसाफिरखाना में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित हुआ। जिले की चारों तहसीलों में शिकायतें सुनी गईं।
अमेठी : जिले की चारों तहसीलों में मंगलवार को एक बार फिर अधिकारी जुटे और जन शिकायतों का निस्तारण किया गया। इस बार भी संपूर्ण समाधान दिवस पर राजस्व विभाग की शिकायतों की अधिकता रही। जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में मुसाफिरखाना तहसील में खुले मैदान एवं कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित हुआ।
जिलाधिकारी ने फरियादियों को सुनकर अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतें लंबित न रखी जाएं। साथ ही शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग की सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं। इनमें अवैध कब्जों से संबंधित शिकायतों की अधिकता हैं। उन्होंने लेखपालों को निर्देश दिया कि गांवों में जाकर निरंतर भ्रमण कर अवैध कब्जा सहित छोटे-मोटे विवाद निपटाएं। अधिकारियों से कहा कि ग्रामीणों के शिकायती पत्र प्राप्त होते ही तत्काल कार्रवाई करें, ताकि शीघ्रता से निस्तारण संभव हो सके।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनसामान्य के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। शासन स्तर पर संचालित योजनाएं पात्र व्यक्ति तक अवश्य पहुंचें। मुसाफिरखाना में कुल 70 शिकायतें प्राप्त हुईं। इसी क्रम में पुलिस व राजस्व विभाग की चार संयुक्त टीमें मौके पर भेजी गईं। तिलोई तहसील में 28 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिसमें 02 शिकायतों का निस्तारण हो सका। शेष शिकायतों के निस्तारण के लिए पुलिस व राजस्व की तीन टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया।
गौरीगंज तहसील में 66 शिकायतें दर्ज की गईं। अमेठी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस पर 63 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनके निस्तारण के लिए पुलिस व राजस्व की तीन संयुक्त टीमें रवानी की गईं। जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में उदासीनता एवं लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने-अपने कार्यालय समय से पहुंचे व जन समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण सुनिश्चित कराएं।
इस अवसर पर पुलिस से संबंधित प्रकरणों को पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह व विकास से संबंधित प्रकरणों को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अंकुर लाठर ने सुना। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मुसाफिरखाना रामशंकर, परियोजना निदेशक आशुतोष दुबे सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।