तहसीलदार के कोर्ट में बैठने पर भड़के वकील, हंगामा
तबादला होने तक तहसीलदार कोर्ट का अधिवक्ता बहिष्कार करेंगे। एसडीएम से बैर नहीं तहसीलदार की खैर नहीं का गूंजा तहसील परिसर में नारा।
अमेठी : तहसील में लेखपाल और वकीलों के बीच 12 दिनों से चल रही रार का पटाक्षेप जरूर हो गया, मगर दूसरे ही दिन वकील भड़क उठे। दरअसल, वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की वापसी के पहले ही पीठासीन अधिकारी अदालतों में बैठ गए। यह रवैया वकीलों को रास नहीं आया और वे फिर आंदोलित हो उठे।
एसडीएम से बैर नहीं तहसीलदार की खैर नहीं। नाराज वकीलों ने तहसीलदार के खिलाफ घूम-घूमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। वकीलों के हुजूम ने दो टूक कहा कि तहसीलदार का तबादला नहीं होने तक उनके कोर्ट का बहिष्कार करेंगे। वकीलों का गुस्सा देख पीठासीन अधिकारी न्यायालय छोड़कर चले गए।
बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देश सुलह कराने पहुंचे अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) सुधीर कुमार रुंगटा ने दर्ज मुकदमों की वापसी, आरोपित लेखपाल के निलंबन व पंद्रह जनवरी तक अन्य विवादित लेखपालों व तहसीलदार के तबादले के आश्वासन पर वकीलों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की थी।
तहसील बार एसोसिएशन के महामंत्री धर्मेन्द्र रावत ने बताया कि अपर जिलाधिकारी के आश्वासन पर सशर्त हड़ताल समाप्त की गई है। लेकिन, प्रशासन ने वायदे के मुताबिक अब तक ना तो वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस होने की पुष्टि की है और ना ही आरोपित लेखपाल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हुई है। ऐसे में वकील शांत रहने वाले नहीं हैं। तहसीलदार के स्थानांतरण होने तक उनकी कोर्ट का बहिष्कार जारी रहेगा। इस मौके पर बाबू मोहन सिंह, अनीश अहमद, कुवर गिरिधारी सिंह, विजय शंकर शुक्ला, अख्तर हुसैन, शिव कुमार सिंह चौहान, अरविन्द शुक्ला, सुनील श्रीवास्तव, बिपुल सिंह, पवन शुक्ल, धर्मेन्द्र रावत, एबी सिंह, शिव हर्ष सिंह, संजय मिश्रा, पंकज अवस्थी आदि लोग मौजूद रहे।
मुकदमा वापसी की प्रक्रिया शुरू :
उपजिलाधिकारी महात्मा सिंह ने कहा कि अपर जिलाधिकारी न्यायिक की मौजूदगी में हुई वार्ता का अक्षरश: पालन होगा। वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपित लेखपाल के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। जल्द होगी डीएम के साथ बैठक, दूर होगी समस्या
अमेठी : विधायक प्रतिनिधि ने गुरुवार दोपहर बाद बार एसोसिएशन के साथ बैठक कर अधिवक्ताओं की समस्याओं को सुना।
विधायक प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह ने बार सभागार में अध्यक्ष सदाशिव पाण्डेय सचिव उपेंद्र शुक्ला के साथ बैठक की। अधिवक्ता ओमप्रकाश मिश्रा, राम यज्ञ तिवारी सहित कई अधिवक्ताओं ने एसडीएम और तहसीलदार की कार्यशैली पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जनहित की समस्याओं पर अधिकारी गंभीरता नहीं दिखाते। आम जनमानस से भी अमर्यादित व्यवहार करते हैं। इनकी कार्यशैली से सब लोग परेशान हैं। अध्यक्ष ने कहा कि हम अपनी मांग पर कायम हैं। अमर्यादित व्यवहार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। सचिव ने कहा कि वादकारी, आमजन और जनप्रतिनिधि स्तर पर कई बार दोनों अधिकारियों के खिलाफ अमर्यादित व्यवहार की शिकायतें आईं। अधिवक्ताओं ने भी कई बार शिकायत की। मांग की कि दोनों अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। विधायक प्रतिनिधि ने कहा कि हम आपके साथ हैं। जिलाधिकारी से इस मुद्दे पर बात की जाएगी।