अस्पताल में मरीजों का इजाफा, दवाएं 'लापता'
गंभीर बीमारी को कौन कहे खांसी का सीरप भी उपलब्ध नहीं है। ऑनलाइन डिमांड के बाद भी आपूर्ति नहीं हो रही।
कंचन सिंह, गौरीगंज, अमेठी
अस्पतालों में इन दिनों मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इलाज के नाम पर डॉक्टरों के हाथ दवाओं से खाली हैं। गंभीर बीमारी ही नहीं खांसी की सीरप तक उपलब्ध नहीं है। कई बार ऑनलाइन डिमांड करने के बाद भी दवाओं की आपूर्ति नहीं हो सकी है, जिसके चलते मरीजों की तकलीफ कम नहीं हो रही है।
गत सोलह अक्टूबर को हुई बरसात के बाद मौसम ने करवट ली है, जिसके चलते ठंड बढ़ गई है। बदले मौसम में लोगों को खांसी, जुकाम व बुखार आदि की तकलीफ होने लगी है। इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। डॉक्टरों के पास मरीजों की लंबी लाइनें देखने को मिल रहीं हैं। बरसात से पहले अक्टूबर के अंत तक एक दिन में महज 178 मरीज उपचार कराने के लिए अस्पताल आए थे। वहीं, मौसम बदलने के बाद एक दिन में तीन सौ का आंकड़ा पार हो गया है। बहरहाल, अस्पताल आने वाले प्रत्येक मरीज की कोरोना जांच भी कराई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना जांच के डर से ज्यादातर मरीज यहां आने से बच रहे हैं।
मौसम परिर्वतन के बाद अस्पताल आने वाले मरीजों का आंकड़ा :
18 नवंबर 298
19 नवंबर 369
20 नवंबर 323
21 नवंबर 250
23 नवंबर 351
24 नवंबर 209
26 नवंबर 248
(नोट : दो दिनों में कम हुए मरीजों की संख्या पर अस्पताल के अधिकारियों को कहना है कि शादी समारोह के चलते कुछ संख्या कम हुई है।)
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सरकारी अस्पतालों में दवाओं की स्थिति :
अस्पताल दवा उपलब्ध अनुपलब्ध
संयुक्त जिला अस्पताल 157 109 48
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 63 48 15
वेलनेस सेंटर 63 27 36
वेलनेस उपकेंद्र 63 27 36
वेलनेस प्राथमिक केंद्र 58 48 10
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287 प्रकार की मिलती हैं दवाएं :
जिला अस्पताल के लिए 287 प्रकार की दवाएं मिलती हैं। अमेठी संयुक्त जिला अस्पताल को दवा उपलब्ध कराने के लिए सीएमओ ने कारपोरेशन को पत्र भेजा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को संयुक्त जिला अस्पताल का दर्जा मिलने के बाद नवीन जिला अस्पताल भवन में संचालित हो रहा है। जिला अस्पताल के मानक की दवा उपलब्ध नहीं कराया गया है।
नहीं हैं ये दवाएं :
ग्लूको स्टिक, आपरेशन मरीजों के लिए इंजेक्शन, आंख आपरेशन मरीजों की दवा, खांसी सीरप, डाईजीपाम इंजेक्शन, एंटीबायोटिक सेप्ट्राजोन इंजेक्शन व मेनीटॉल आदि इंजेक्शन व दवाएं नहीं हैं।
हर दिन हो रही दवा की डिमांड :
संयुक्त जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसएन राय ने बताया कि दवाओं की आपूर्ति के लिए कई आनलाइन डिमांड भेजी गई है। इसके अलावा हर दिन दवा की मांग की जा रहा है। दवा आपूर्ति करने वाला कारपोरेशन उन्हें यहां पहुंचा नहीं पा रहा है।