बरसात ने खेत से खलिहान तक बर्बाद की धान की फसल
कई वर्षों बाद नवंबर में इतनी बारिश हुई। फसल का हाल देख किसानों के मुंह में आ रहा कलेजा।
दिलीप सिंह, अमेठी
अभी धान फसल खेत से खलिहान ही पहुंची थी कि बेमौसम बारिश से वह पानी-पानी हो गई। फसल की बर्बादी देखकर किसानों के चेहरों पर मायूसी है। भीगे धान को सुखाने की जद्दोजहद में किसान जुटा हुआ है। ऐसे में गेहूं की बुआई का काम भी थम गया है। बहरहाल, सिस्टम और मौसम की दोहरी मार ने किसानों को तोड़ दिया है, जिससे वे खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
दरअसल, रविवार रात और सोमवार को दिन में हुई बारिश से भीगी धान की उपज को जैसे-तैसे किसान सुखाने में जुटा हुआ था कि बुधवार को फिर मौसम का मिजाज बदला और बदल छा गए। जिले के कई हिस्सों में बारिश भी हुई है। जिले में सबसे ज्यादा रकबे पर धान की खेती होती है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साढ़े तीन लाख किसानों में ढाई लाख से ज्यादा धान की खेती करते हैं। गौरीगंज, तिलोई और अमेठी तहसील के किसान पूरी तरह धान की उपज पर निर्भर हैं। यहां के किसान मंसूरी धान की प्रजाति की अच्छी उपज लेते हैं। वहीं, मुसाफिरखाना तहसील गोमती नदी के किनारे बसे होने के चलते यहां के किसान कम समय में होने वाली धान फसल उपजाते हैं।
डीएम अरुण कुमार ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश से धान की फसल को कितना नुकसान हुआ है। इसका आकलन करने के लिए सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है। वैसे अभी तक दस से 15 फीसद के नुकसान की रिपोर्ट आई है।
किसानों की वर्तमान स्थिति :
जिले में कुल 3,46,981 किसान हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए 2,95,190 किसानों ने पंजीकरण करवाया है और 1,87, 257 किसानों को योजना का लाभ मिला।
एक एकड़ पर आने वाला खर्च
एक बोरी डीएपी : 1250
दो बोरी यूरिया : 600
दवा : 1000
जोताई : 2500
बीज : 200
रोपाई : 1200
सिंचाई : 2000
कटाई : 2000
कुल खर्च : 10750
अनुमानित पैदावार : 20 कुंतल
कीमत : 24 हजार रुपये
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अब तक का आकलन
ब्लाक क्षेत्रफल (हेक्टेयर में) नुकसान
गौरीगंज 20 05
शाहगढ़ 20 07
मुसाफिरखाना 10 02
जगदीशपुर 08 03
बाजारशुकुल 05 02
तिलोई 10 05
सिंहपुर 20 07
(स्त्रोत : कृषि विभाग)
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93 हेक्टेयर में हुई मात्र 4.42 फीसद क्षति :
कृषि विभाग के मुताबिक बारिश से जिले में मात्र 93 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की उपज का 4.42 फीसद ही नुकसान हुआ है। अमेठी, भादर, जामो व बहादुरपुर सहित छह विकास क्षेत्रों में कोई क्षति नहीं हुई है।