सावधान, जरा सी चूक और आपका पैसा ठगों की जेब में
अमेठी पंचम पिछूती के सुरेंद्र मिश्रा को तीन से सत्रह मई के बीच में कई काल आई। कालर ने
अमेठी : पंचम पिछूती के सुरेंद्र मिश्रा को तीन से सत्रह मई के बीच में कई काल आई। कालर ने सुरेंद्र को झांसे में लेकर खाते से तीन लाख नब्बे हजार रुपये निकाल लिया। सुरेंद्र की तरह आए दिन लोग साइबर फ्राड के शिकार हो रहे हैं। कभी लापरवाही में एटीएम का पिन व नेट बैंकिग का पासवर्ड बताने व शेयर करने से मोबाइल मैसेज, फोन काल पर ओटीपी बता देने से लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इतना प्रचार-प्रसार करने के बावजूद भी लोग असावधानी बरत रहे हैं और अपना धन गवां रहे हैं। इनकी शिकायत को न तो बैंक सुनती है और न ही पुलिस। ज्यादा दबाव बनने पर पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है। -ऐसे लोगों को बनाते हैं शिकार साइबर फ्राड और साइबर क्राइम अलग-अलग होते हैं। आमतौर पर इस तरह के फ्राड गार्ड विहीन एटीएम में लोगों की लापरवाही से साइबर अपराधी ठगी करते हैं। आनलाइन शापिग में असावधानी से लोग ठगे जा रहे हैं। साइबर अपराधी काल व मैसेज कर किसी लालच को देकर ओटीपी पूछ कर खाते से पैसा गायब कर देते हैं। आनलाइन टिकट बुक करने में भी असावधानी भारी पड़ जाती है। -बैंक नहीं करता काल अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक विमल कुमार गुप्ता ने बताया कि बैंक कभी काल नहीं करता है। बैंक अपने ग्राहक को काल करके न कुछ पूछता है और न बताने के लिए कहता है। ऐसे में किसी भी काल पर कुछ न बताकर साइबर ठगी से बचा जा सकता है। उन्होंने ने बताया कि जल्द ही बैंक अधिकारियों को निर्देशित कर गांव में कैंप लगाकर लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया जाएगा । -कोतवाली प्रभारी अरुण द्विवेदी ने बताया कि जो मामले आते है, उनका का मुकदमा पंजीकृत करके आगे की कार्रवाई की जाती है।