साक्ष्य संकलन और कानून की जानकारी से बेहतर होती है विवेचना
अमेठी अपराधों की विवेचना में गुणवत्ता को सुधारने के लिए पुलिस अधीक्षक डा. ख्याति गर्ग ने
अमेठी : अपराधों की विवेचना में गुणवत्ता को सुधारने के लिए पुलिस अधीक्षक डा. ख्याति गर्ग ने अनोखी पहल की है। इसके लिए कॉप टाक कार्यशाला का दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कानून के विशेषज्ञों के साथ अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन एसएन साबत ने शिरकत की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी अरुण कुमार मौजूद रहे।
शनिवार को गौरीगंज अग्निशमन केंद्र में हुए प्रशिक्षण में जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ सभी थानों के 80 विवेचनाधिकारी शामिल हुए।
उच्च न्यायालय प्रयागराज के वरिष्ठ अधिवक्ता शगीर अहमद ने कहा कि साक्ष्य संकलन तथा कानून की बारीकियां गुणवत्तापूर्ण विवेचना को दर्शाती है। एमिटी ला स्कूल विधि प्रवक्ता नेहा मिश्रा तथा संजय पांडेय ने भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता के बारे में विस्तार से बताया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों द्वारा उठाए गए कानून संबधी सवालों का जवाब उच्च न्यायालय प्रयागराज के वरिष्ठ अधिवक्ता गोविंद सक्सेना ने दिया। अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यह एसपी अमेठी की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि गुणवक्ता पूर्ण विवेचना, प्रबल अभियोजन सफल दोष सिद्धि ही इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य है। इससे विवेचना गुणवक्ता परख होगी। साथ ही विवेचक पुलिस अधिकारियों को भी सहायता मिलेगी। कार्यक्रम अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज, सीओ अमेठी पीयूषकांत राय, सीओ गौरीगंज रामरतन के साथ अन्य पुलिस अधिकारी व विवेचना अधिकारी मौजूद रहे।