3.20 करोड़ की लागत से बनेगा कॉमन फैसिलिटी सेटर
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग से सीटेड सेटर को संचालित करेगा। अमेठी में लेदर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
अमित पांडेय, कमरौली, (अमेठी)
लेदर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग से तीन करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से सेटर ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंटरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट (सीटेड) जगदीशपुर आधुनिक मशीनों से सुसज्जित कॉमन फैसिलिटी सेटर का निर्माण कराकर इसका संचालन करेगा। सेटर में जनपद के लेदर (चमड़ा) कामगारों को प्रशिक्षण प्रदान कर उच्चगुणवत्ता के शूज, सैंडिल, लेदर जैकेट, हैंड बैग, पर्स व बेल्ट आदि उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इस कॉमन सेटर को बनाने की स्वीकृति भारत सरकार से मिल गई है।
स्फूर्ति योजना का उद्देश्य परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देना हैं, जिसके अंतर्गत कामगारों का चयन किया गया हैं। योजना में एक छत के नीचे हाईटेक प्रशिक्षण, विपणन और तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। भारत सरकार ने 29 अक्टूबर 2020 को सीटेड को इस परियोजना को संचालित करने की जिम्मेदारी दी थी। भवन निर्माण व मशीनों की स्थापना का कार्य अक्टूबर 2021 तक पूरा होना है। इन कामगारों के द्वारा तैयार लेदर उत्पादों की मार्केटिग में सीटेड सहयोग भी करेगा।
800 कामगार एक छत के नीचे सीखेंगे लेदर का काम :
औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाला कॉमन फैसिलिटी सेटर आधुनिक संसाधनों से युक्त होगा। कामगारों को प्रशिक्षण एवं टूल किट भी प्रदान की जाएगी, जिससे वे हाईटेक तरीके से कार्य कर सकें।
एक नजर में लागत व भूमि का विवरण :
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार प्रक्रिया एवं उत्पाद विकास केंद्र (पीपीडीसी) आगरा के सहयोग से जगदीशपुर औद्योगिक क्षेत्र में छह हजार वर्ग फीट पर तीन करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यहां पर कुशल प्रशिक्षकों द्वारा लेदर कामगारों को उनके रोजगार बढ़ाने के गुर सिखाए जाएंगे। कामगार अपना कच्चा माल कॉमन फैसिलिटी सेटर में लाकर यहां आधुनिक मशीनों से उत्पाद तैयार कर सकेंगे।
लेदर उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा :
सीटेड के निदेशक इं. संजय सिंह ने बताया कि उनकी संस्था स्फूर्ति योजना में लेदर क्लस्टर प्रोजेक्ट के तहत कॉमन फैसिलिटी सेटर में उत्पाद तैयार होंगे। इससे लेदर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। कामगारों को नवीनतम तरीके से प्रशिक्षित कर लेदर उद्योग को पुर्नजीवित किया जाएगा। साथ ही रोजगार व आय बढ़ाने का काम इस सेटर से किया जाएगा। बताया कि इसके बनने से अमेठी को लेदर हब बनाने पर काम होगा, जो कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का लेदर उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा। यहां के लेदर उत्पादों की मार्केटिंग के लिए मलेशिया, सिगापुर व अन्य देशों के उद्यमियों से बातचीत की जा रही है। बताया कि इस सेटर का निर्माण कार्य जल्द शुरू करा दिया जाएगा।