शीतलहर बनी जानलेवा, गई दो की जान
तिलोई व मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र में घटना हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
अमेठी : जिले में शीतलहर जानलेवा हो चली है। तिलोई में ठंड लगने से एक महिला की मौत हो गई तो मुसाफिरखाना में वन विभाग के चौकीदार की ठंड लगने से जान चली गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। वहीं, प्रशासन ने दोनों ही मौतों को स्वभाविक बताया है।
मोहनगंज थाना क्षेत्र में कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉकडाउन में भटक कर आई बुजुर्ग महिला भदमर गांव व आसपास ही रह रही थी। लोगों की दया से जैसे-तैसे उसका जीवन चल रहा था। बेसहारा को लोग भोजन मुहैया करा रहे थे। ग्रामीणों के मुताबिक शुक्रवार रात बुजुर्ग महिला शिवम सिंह के दरवाजे पर आई, जिसकी हालत देख उन्होंने ठंड से निजात के लिए संसाधन मुहैया कराया। पुलिस का कहना है कि उन्हीं के दरवाजे पर रात में उसकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर जावेद इकबाल खां ने बताया कि मृतका की पहचान नहीं हो सकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उपजिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने इसे स्वाभाविक मौत करार दिया है। उन्होंने कहा कि टीम भेज पता लगाया गया है। ठंड से मौत होने की पुष्टि न हुई है।
रात्रि ड्यूटी पर तैनात था चौकीदार :
मुसाफिरखाना में वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय में संतराम 50 निवासी मानशाहपुर बीते तीस साल से बतौर चौकीदार तैनात थे। बीते शुक्रवार को वन विभाग कार्यालय पर रात्रि ड्यूटी के दौरान उन्हें ठंड लगने का अहसास हुआ तो वह अपने कमरे पर सोने चला गए। सुबह साढ़े आठ बजे के लगभग वन विभाग कर्मियों ने उसकी तलाश शुरू की तो वह नहीं दिखा। आवाज देने पर भी कोई जबाब नहीं मिला तभी लिपिक ने कक्ष में देखा तो कमरा अंदर से बंद मिला। किसी अनहोनी के मद्देनजर कमरे का दरवाजा तोड़ा गया और तख्त पर संतराम अचेत पड़ा मिला। एंबुलेंस की मदद से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश बडौला की मानें तो मृतक चौकीदार का कार्य करता था। कोतवाल परशुराम ओझा ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अगली कार्रवाई पीएम रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
सदमे से बेहोश हो गई पत्नी :
मानशाहपुर निवासी वनकर्मी संतलाल की मौत की सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी जशोमता अस्पताल गेट पर बेहोश हो गई। रिश्तेदारों के उसे ढांढस बंधाया। पुत्र दीपक व लवकुश अपने पिता से लिपटकर रोते रहे।