आंगनबाड़ी केंद्रों के नहीं खुलते ताले
अमेठी : क्षेत्र में स्थापित आगनबाड़ी केंद्र महज दिखावा साबित हो रहे हैं। अधिकाश केंद्रों के त
अमेठी : क्षेत्र में स्थापित आगनबाड़ी केंद्र महज दिखावा साबित हो रहे हैं। अधिकाश केंद्रों के ताले ही नहीं खुलते और जो केंद्र खुलता भी है। वहां बच्चों की संख्या न के बराबर रहती है। अधिकारी सब कुछ जान बूझकर अंजान बने हुए हैं। लोगों की शिकायत पर कई बार जांच भी हुई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विकास खंड जगदीशपुर में लगभग 190 आगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। जिसमें सरकार की मंशा है कि केंद्रों से टीकाकरण, कुपोषण, गर्भवती महिलाओं आदि को लाभ मिल सके। लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनात कार्यकर्ताओं की मनमानी के चलते सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। बानगी के तौर पर बनभरिया, देवकली, वारिशगंज, सिढौली सहित दर्जनों केंद्र ऐसे हैं जहां पर बच्चों की संख्या न के बराबर रहती है। इनमें तो अधिकाश सेंटर है जहां ताले ही नहीं खुलते हैं, लेकिन रजिस्टर पर इनकी संख्या पूरी दिखाई जाती है।