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पांच की गई जान, 95 और मिले संक्रमित

कोरोना के बढ़ते संक्रमण एक ओर बेकाबू होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 11:22 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 11:22 PM (IST)
पांच की गई जान, 95 और मिले संक्रमित
पांच की गई जान, 95 और मिले संक्रमित

अमेठी: कोरोना के बढ़ते संक्रमण एक ओर बेकाबू होता जा रहा है। वहीं संक्रमण से मरने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। बुधवार को जिले में कोरोना संक्रमण से जहां पांच लोगों की जान चली गई। वहीं जांच में 95 नए केस भी सामने आए हैं। इसी के साथ सक्रिय केसों की संख्या तीन सौ का आकड़ा पार कर चुकी है। तमाम इंतजाम व व्यवस्था फेल होती दिख रही है।

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बुधवार की देर रात से लेकर गुरुवार शाम तक पांच लोग कोरोना संक्रमण के चलते जिदगी से जंग हार गए। 38 साल के आजाद को गंभीर रोग से ग्रसित होने व कोरोना संक्रमित मिलने पर एल-टू कोविड अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया था। जहां चिकित्सकों द्वारा इलाज किया जा रहा था। वहीं कठौरा जगदीशपुर निवासी 71 वर्षीय जगदीश व बहादुरपुर ब्लॉक के गांव टडवा निवासी हासिम की मौत हो गई। यह दोनों लोग भी गंभीर रोग से ग्रसित थे। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने कहा कि सभी कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। पहले से ही गंभीर रोग से पीड़ित लोगों के लिए संक्रमण सबसे अधिक घातक हो रहा है। सभी लोग सावधानी बरतें। -----------------

गंभीर संक्रमितों को एल-थ्री अस्पताल में भर्ती कराने को गिडगिड़ा रहे सीएमओ

अमेठी : जिले में संक्रमण बढ़ रहा है। कई गंभीर मरीजों की हालत नाजुक है। उनको एल-थ्री अस्पताल में भर्ती कराने के लिए सीएमओ फोन कर गिड़गिड़ा रहे हैं। इसके बाद भी कहीं से कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है जबकि संक्रमितों का डाटा फीड करने में जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं।

बुधवार की सुबह तक जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 287 हो गई थी। वहीं 46 लोगों की मौत हो चुकी है। गौरीगंज स्थिति कोविड अस्पताल में कई मरीज गंभीर हालत में हैं। उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया है। उनका जीवन बचाने के लिए सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे सुबह से शाम तक अंबेडकरनगर, अयोध्या, प्रयागराज, बाराबंकी, लखनऊ व कानपुर के एल-थ्री अस्पतालों को फोन कर भर्ती कराने के लिए बात कर रहे हैं। देर शाम तो हालत यह हो गई कि उनका फोन ही संबंधित जिलों के जिम्मेदारों ने उठाना बंद कर दिया। जहां से पहले आश्वासन मिला भी था वह भी अब बात करने से कतराने लगे हैं।

सीएमओ ने कहा कि भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा गया है। उन्हें भर्ती कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। अब हालत यह हो गई कि कोई फोन भी नहीं उठा रहा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो जिन्हें कोरोना संक्रमितों का डाटा फीड करने की जिम्मेदारी दी गई है वह अपनी जिम्मेदारी को ठीक से नहीं निभा रहे हैं जिसके चलते संक्रमितों का समय से पता न चलने से संपर्क में आने वाले लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। सीएमओ ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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