मानव को संजीवनी देने के लिए रोपित होगें बरगद व पीपल के 8645 पौध
सबसे ज्यादा हाईवे किनारे रोपण की तैयारी में है वन महकमा-जिले में 37 लाख पौधारोपण का शासन ने निर्धारित किया हैं लक्ष्य
अमेठी : भारतीय संस्कृति में बरगद व पीपल का बड़ा महत्व हैं। बरगद को राष्ट्रीय वृक्ष घोषित किया हैं। तो वहीं पीपल दिनरात आक्सीजन देकर मानव जीवन को स्वस्थ्य रखने के साथ ही हमेशा ताजगी का एहसास कराता रहता हैं। जिले में चारों तरफ हरियाली लाने के साथ ही वातावरण को शुद्ध रखने के लिए इस बार जिले में 37 लाख रुपये से अधिक पौधरोपण किया जाएगा। जिसमें पीपल व बरगद को भी शामिल किया हैं। पीपल के कुल 6945 व बरगद के 1700 पौध रोपित किया जाएगा। पीपल व बरगद को सबसे ज्यादा प्रदूषित होने वाले क्षेत्रों में रोपा जाएगा। वन विभाग की माने तो हाइवे से होकर गुजरने वाली गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ से वातावरण प्रदूषित होता हैं। इसलिए बरगद व पीपल के पौधों को हाइवे किनारे, सार्वजनिक स्थलों व कार्यालयों में रोपित किया जाएगा। पीपल व बरगद जिले की आबो हवा ठीक करने के साथ ही शीतलता पहुंचाएगें। तो वहीं पाकड़ के 9462 पौधे शीतलता प्रदान करने में पीपल व बरगद का सहयोग करेंगे। प्रभागीय वनाधिकारी यूपी सिंह ने बताया कि पीपल, बरगद व पाकड़ के पौधों को रोपित करने के लिए पहले से ही योजना तैयार की गई हैं। सबसे ज्यादा पीपल, बरगद व पाकड़ के पौध जिले की सीमा से होकर गुजरे लगभग 50 किमी लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर रोपा जाएगा। अन्य स्थानों पर आवश्यकतानुसार ही पौध लगाए जाएंगे।