स्वावलंबन के लिए मन से मजबूत व सशक्त होना जरूरी
अंबेडकरनगर : महिलाएं शिक्षित होकर ही स्वावलंबी बन सकती हैं। इसलिए शिक्षा पर विशेष ध्यान द
अंबेडकरनगर : महिलाएं शिक्षित होकर ही स्वावलंबी बन सकती हैं। इसलिए शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके साथ ही मानसिक रूप से सशक्त होना चाहिए ताकि हम अपने लक्ष्य को आसानी से पूर्ण कर सकें। उक्त बातें आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ. विमलेश राठौर ने मंगलवार को लोहिया भवन में आयोजित नारी स्वावलंबन कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। इसलिए ग्रामीण महिलाओं और शहरी क्षेत्र में निवास करने वाली महिलाओं को शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा जो महिलाएं शिक्षित नहीं हैं उनको सरकार स्वरोजगार मुहैया कराकर आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि नारी स्वावलंबन के लिए मन से मजबूत और मानसिक रूप से सशक्त होना भी चाहिए। विशिष्ट अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष सरिता गुप्ता ने कहा कि स्वरोजगार अपनाकर महिलाएं अपनी आमदनी बढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या पर भी हम लोगों को सोचने की आवश्यकता है और इसे पूरी तरह से रोकने की जरूरत है। प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी एमपी मिश्र ने नारी को शक्ति के रूप में और स्वावलंबन कैसे हो इस प्रकाश डाला। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओपी गुप्त ने महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दिया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लोक गायिका डॉ. प्रतिमा यादव ने अपनी टीम के साथ कार्यक्रम प्रस्तुति किया। लखनऊ से आई टीम ने स्वच्छता पर आधारित लघुनाटक का मंचन किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि नारी सशक्तीकरण जनसंपर्क अभियान 27 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलाया गया और 16 वह 17 दिसंबर को प्रत्येक 3-4 ग्राम पंचायत पर एक पंचायत को केंद्र बना कर नारी शिविर का आयोजन किया गया। कार्यशाला में शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग में तैनात महिला अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा समूह से जुड़ी महिलाएं मौजूद रहीं।