दिनभर इंतजार, फिर लौटे खाली हाथ
एक दिन के प्रशिक्षण के लिए पूरे जिले से आइटीआइ डिप्लोमाधारक बुलाए गए थे।
अंबेडकरनगर : प्रशिक्षण के बाद विद्युत विभाग में अस्थायी तैनाती की आस में राजकीय आइटीआइ अकबरपुर में सुबह से ही डिप्लोमाधारकों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई। दिनभर के इंतजार के बाद कोई व्यवस्था नहीं होने पर डिप्लोमाधारकों को खाली हाथ लौटा दिया गया।
विद्युत विभाग में कथित निजीकरण के विरोध में पांच अक्टूबर से बिजली कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दे रखी है। इससे निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आइटीआइ कर चुके डिप्लोमाधारकों को एक दिन का प्रशिक्षण देकर उन्हें फीडरों और उपकेंद्रों पर तैनात किए जाने की योजना तैयार की गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर 2013 से लेकर 2020 तक के राजकीय और निजी आइटीआइ के इलेक्ट्रानिक्स ट्रेड के 300 डिप्लोमाधारकों को शनिवार सुबह नौ बजे राजकीय आइटीआइ परिसर में प्रशिक्षण देने के लिए बुलाया गया था। लेकिन, यहां प्रशिक्षण की कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते युवक-युवतियां इधर-उधर घूमते रहे। दिनभर बीतने के बाद उन्हें बताया गया कि अभी सिर्फ ब्योरा जुटाया जा रहा है। बाद में उन्हें प्रशिक्षण की तारीख और स्थान के बारे में अवगत करा दिया जाएगा। इससे मायूस होकर डिप्लोमाधारक घर लौट गए।
वहीं, रविवार सुबह से ही भारी संख्या में डिप्लोमाधारकों के एकत्र होने से शारीरिक दूरी के सारे नियम धरे के धरे रह गए। हालांकि फोरमैन केपी गौतम छात्र-छात्राओं से शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ मास्क लगाने की अपील करते दिखे।
बोले डिप्लोमा धारी : रामनगर के राकेश कुमार, सुमित तिवारी, सुबोध वर्मा ने बताया कि शनिवार को हमारे पास आइटीआइ से फोन आया था कि डिप्लोमा के प्रमाण पत्र के साथ सुबह नौ बजे आइटीआइ अकबरपुर पहुंचें। वहां प्रशिक्षण के उपरांत विद्युत विभाग में अस्थायी तैनाती दी जाएगी।
प्रधानाचार्य राजकीय आइटीआइ अकबरपुर अरुण यादव ने बताया कि तीन सौ डिप्लोमाधारकों की सूची जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। उच्चाधिकारियों के निर्देश मिलने पर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।