निरीक्षण में दो स्थानों पर मिले अति कुपोषित बच्चे
अति कुपोषित बचों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने के लिए उनके माता-पिता को समझाया।
अंबेडकरनगर : सीडीपीओ बलराम सिंह एवं मुख्य सेविका शिव देवी यादव ने नगपुर क्षेत्र में आयोजित बीएचयूएनडी सत्रों का निरीक्षण किया। फरीदपुर में कार्यकर्ता विमला यादव ने सर्वे क्षेत्र में पोषाहार वितरित कर बच्चों का वजन लिया। तीन माह की आरोही बच्ची अति कुपोषित पाई गई।
सीडीपीओ एवं मुख्य सेविका ने बच्ची निर्मला को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने के लिए उसके माता-पिता को समझाया। नगपुर में शकुंतला वर्मा के सर्वे क्षेत्र में आयोजित बीएचएएनडी सत्र का निरीक्षण करके बच्चों का वजन कराया। अभय नामक एक अति कुपोषित बच्चे की पहचान हुई। बच्चे के माता-पिता को सीडीपीओ ने एनआरसी में भर्ती करने के लिए समझाया। सीडीपीओ ने ग्रामीणों को किचन गार्डेनिंग के बारे में बताया। साथ ही सहजन के गुणों से परिचय कराया।
जागरूकता से ही भगाया जा सकता है कुपोषण : कुपोषण देश में बड़ी समस्या है। जागरूकता से ही कुपोषण को भगाया जा सकता है। उक्त बातें विधायक अनीता कमल ने प्राथमिक विद्यालय शहाबुद्दीनपुर में पोषण पखवाड़ा की शुरुआत पर कहीं।
विधायक ने कहा कि घर पर पैदा हुई हरी सब्जियां, सहजन, नींबू, आंवला आदि ही कुपोषण से लड़ने के लिए पर्याप्त हैं। मुख्यमंत्री ने कुपोषित बच्चों के लिए गाय देने का प्रावधान किया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश चंद्र मिश्र ने कहा कि बाल विकास विभाग कुपोषण को दूर करने के लिए कृत संकल्प है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर संपर्क कर कुपोषण से बचाव का उपाय बता रही हैं।
बाल विकास योजना अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि समय-समय पर बच्चों का वजन कराने से पता चल जाता है कि कुपोषण की स्थिति क्या है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. उदय चंद यादव ने घर में उपलब्ध सब्जियों को कारगर बताया। इसी क्रम में कुपोषित बच्ची अनीता पुत्री योगेंद्र को गाय भेंट की गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषाहार से निर्मित व्यंजन का स्टाल लगाया।