शौचालय व पेयजल की व्यवस्था मुकम्मल नहीं, सफाई का अभाव
बूथों को दुरुस्त कराने के लिए अधिकारी दिन-रात काम का कर रहे दावा कई जगहों पर व्यवस्थाओं में सुधार भी हुआ है पर कुछ की हालत खस्ता।
संसू, भियांव (अंबेडकरनगर): मतदान केंद्रों की दशा सुधर नहीं रही है। जनपद में छठवें चरण में मतदान होना है। सरकारी मशीनरी इस मिशन में दिन-रात काम करने का दावा भी कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थितियां जुदा हैं। प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मतदान केंद्र बनाया गया है। बुधवार को दैनिक जागरण की पड़ताल में कहीं पेयजल तो कहीं शौचालय की व्यवस्था ठीक नहीं मिली। इसके अलावा कई केंद्र चारदीवारी विहीन भी नजर आए।
दृश्य एक- प्राथमिक विद्यालय कोटवा मतदान केंद्र पर शौचालय से लेकर पेयजल की व्यवस्था अभी तक मुकम्मल नहीं हो सकी है। विद्यालय के बाहर और अंदर तक ईंट, बालू एवं सीमेंट बेतरतीब ढंग से पड़ी है। परिसर में मौके पर कुछ श्रमिक फर्श की खोदाई करते मिले। ग्राम प्रधान राहुल का दावा है कि काम चल रहा है, सप्ताह भर के भीतर ही पूरी व्यवस्था ठीक हो जाएगी।
दृश्य दो- मतदान केंद्र प्राथमिक विद्यालय गोविदपुर का परिसर हल्की बरसात में जलमग्न हो जाता है। पिछले दिनों हुई बरसात का असर अभी तक यहां देखा जा सकता है। कुछ कमरों की खिड़कियां टूटी हुई हैं तो वहीं एक खंडहरनुमा भवन तथा उगी झाड़ियां यहां की सफाई व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही हैं।
दृश्य तीन- उच्च प्राथमिक विद्यालय गोविदपुर अभी तक चहारदीवारी विहीन है। बेसिक शिक्षा तथा पंचायतराज विभाग के संयुक्त प्रयास से विद्यालयों में चहारदीवारी का कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। इसके बावजूद वल्लीपुर में ऐसा कुछ नहीं दिखता। मजे की बात यह कि विद्यालय के ठीक बगल में गहरा तालाब भी है, जो मौके पर पानी से लबालब भरा है। ऐसी स्थिति में यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
दृश्य चार- प्राथमिक विद्यालय नेवादा कलां परिसर में गांव के ही कुछ बच्चे खेलते हुए मिले। विद्यालय के सिर्फ पूर्वी तरफ ही मुख्य गेट तथा चहारदीवारी का निर्माण कराया गया है। बाकी तीन तरफ से विद्यालय पूरी तरह खुला है। यहां की सुरक्षा रामभरोसे है। मतदान के समय खुली हुई चहारदीवारी अराजक तत्वों को लेकर संवेदनशील है।
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शौचालय तथा पानी की व्यवस्था लगभग सभी विद्यालयों पर दुरुस्त है। सफाई समेत शेष जो भी खामियां रह गई हैं, मतदान से पूर्व हर हाल में पूरी करा ली जाएंगी।
-बीपी सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी