बीज के भाव सुनकर चौंक रहा किसान
आलू की कीमतों में आग लगी। खेत तैयार लेकिन बुवाई नहीं हो पा रही है।
अंबेडकरनगर : लॉकडाउन के बाद अचानक बढ़ी महंगाई से सभी परेशान हैं। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले इस जिले में खासकर किसान सबसे ज्यादा संकट में हैं। आलू के बीज की कीमतें आसमान छू रही हैं। बुवाई के लिए खेत तैयार हैं लेकिन किसान इसे खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
जिले में आलू की अच्छी खेती होती है। अक्टूबर आते-आते किसान इसकी बुआई की तैयारी में जुट जाते हैं। ज्यादातर किसानों ने खेत तैयार कर लिया है। लेकिन आलू के बीज के भाव सुन उन्हें पसीना छूट रहा है। बाजार में इस समय आलू का बीज 3700 रुपये क्विटल तक है। जबकि पहले यह 1200 से 1600 रुपये क्विटल तक आसानी से मिल जाता था। इस महंगाई में जिला उद्यान विभाग ने भी धोखा दे दिया है। किसानों को यहां से अच्छी प्रजाति के बीज सस्ते दर पर उपलब्ध हो जाते थे लेकिन इस साल भंडार खाली है। किसान यहां आते हैं और स्थिति देख लौट जाते हैं।
जिला उद्यान अधिकारी संजय रस्तोगी ने बताया कि विभाग को अभी आलू का बीज नहीं मुहैया हो सका है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ी है। जैसे ही बीज कार्यालय में आ जाएगा, तत्काल किसानों में वितरित किया जाएगा।
किसानों की परेशानी उन्हीं की जुबानी : अकबरपुर ब्लॉक के अफजलपुर गांव निवासी अमरजीत वर्मा ने बताया कि आलू का खेत पूरी तरह तैयार है। रोजाना बाजारों में आलू के बीज का भाव पता कर रहा हूं। लेकिन महंगाई चरम सीमा पर होने के कारण खरीदने की हिम्मत नहीं हो रही है। ज्यादा दिनों तक बुवाई भी नहीं टाल सकते क्योंकि उत्पादन प्रभावित होने के साथ अगली फसल भी नहीं मिल पाएगी। किसान राधेश्याम यादव ने बताया कि जिस खेत में दस हजार का बीज लगता था, उसी एक बीघे खेत में इस साल करीब 30 हजार रुपये बीज पर खर्च हो रहे हैं। टांडा निवासी राम उजागिर वर्मा ने बताया कि आलू की महंगाई ने खेती-किसानी के साथ रसोई का भी बजट बिगाड़ दिया है।
आलू की प्रजाति एवं भाव :
लाल आलू 3000-3200, सूरजमुखी 3000, लाकर 2700-2800, हाईब्रिड 2700-2800, कुफरी बादशाह 2700-2800, हाईलैंड 3200 से लेकर 3797 रुपये प्रति क्विटल तक बाजार में बिक रही है।