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तमसा नदी की बाढ़ ने छोड़ा हाईवे, आबादी के इलाकों में अब राहत

भीटी जलालपुर और अकबरपुर तहसील में बाढ़ अब भी बरकरार है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 10:40 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 10:40 PM (IST)
तमसा नदी की बाढ़ ने छोड़ा हाईवे, आबादी के इलाकों में अब राहत
तमसा नदी की बाढ़ ने छोड़ा हाईवे, आबादी के इलाकों में अब राहत

अंबेडकरनगर: भीटी, जलालपुर और अकबरपुर तहसील में बाढ़ अब भी बरकरार है, हालांकि जलस्तर में लगातार होती गिरावट से राहत मिलने लगी है।

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तमसा नदी में बाढ़ का पानी टांडा-बांदा हाईवे से हट गया है। मामूली पानी ही हाईवे पर दिख रहा है। शुक्रवार तक इसके पूरी तरह खाली होने की उम्मीद है। इससे इतर शहर व ग्रामीणांचल में बाढ़ से करोड़ों की संपत्ति पर अभी खतरा बरकरार है। वजह, शहजादपुर बाजार की दुकानों और किसानों के खेतों में बाढ़ का पानी भरा है।

बारिश के बाद करीब एक पखवाड़े से तमसा, बिसुही, मझुई नदियों के जलस्तर में इजाफा होने से बाढ़ ने शहर और ग्रामीणांचल में तबाही मचा रखी थी। अयोध्या जनपद के 36 और बाराबंकी के चार ड्रेनों से आने वाले पानी ने यहां भीटी, अकबरपुर एवं जलालपुर तहसील में दर्जनों गांवों समेत जिला मुख्यालय स्थित शहजादपुर व जलालपुर नगर को प्रभावित किया था। टांडा-बांदा हाईवे समेत प्रमुख मार्गों पर जलभराव से यातायात थम सा गया था। अब बाढ़ का पानी पीछे खिसकने लगा है। ऐसे में जलमग्न इलाकों में राहत मिलने लगी है। पलायन कर चुके लोग अपने घरों की ओर लौटने की तैयारी में हैं। शहजादपुर बाजार में काफी हद तक पानी के पीछे हटने से व्यापारी नुकसान देखने के लिए दुकानों और प्रतिष्ठानों पर पहुंचने लगे हैं। हालांकि, अभी भूमिगत भवनों में बाढ़ का पानी भरा है। इतने दिनों तक पानी भरे रहने से सामान का नष्ट होना तय है। उधर, धान की फसल भी बर्बाद हो चुकी है। परिवार के भरण-पोषण के लिए बाढ़ का पानी घटता देख किसान धान की बालियां काटकर इसे बचाने की जुगत कर रहे हैं। जलालपुर तहसील में बाढ़ से हालात अभी बदतर हैं।

प्रशासन करा रहा नुकसान का आकलन : जलालपुर, भीटी एवं अकबरपुर तहसील में बाढ़ के पीछे हटने के बाद राजस्व कर्मियों की मदद से प्रशासन सामान और फसल के नुकसान का आकलन कराने में जुटा है। बारिश से घरों के गिरने तथा बाढ़ के पानी में फसलों के डूबने से नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। हालांकि अभी बाढ़ प्रभावित गांवों में फसल के बर्बाद होने का वास्तविक आकलन करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा रहा है। इसके लिए बाढ़ के हटने का इंतजार है।

संक्रमण को लेकर सचेत : बाढ़ प्रभावित इलाकों में घटते पानी तथा इसके ठहराव से सड़न और दुर्गंध उठने लगी है। ऐसे में इन इलाकों में संक्रमण फैलने का डर भी बना है। जिला मुख्यालय के अलावा जलालपुर शहर में इसके पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। ग्रामीणांचल में भी सफाई तथा दवाओं के छिड़काव की तैयारी है। नगरीय निकायों के अलावा पंचायतीराज विभाग भी आबादी वाले इलाकों में दवाओं का छिड़काव करने का निर्देश दे चुका है। जिलाधिकारी द्वारा इसके लिए निर्देश जारी किया गया है।


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