श्रीराम कथा गागर में सागर के समान
भीटी (अंबेडकरनगर) : श्रीराम कथा गागर में सागर के समान है। भगवान शिव ने एक करोड़ श्लोक
भीटी (अंबेडकरनगर) : श्रीराम कथा गागर में सागर के समान है। भगवान शिव ने एक करोड़ श्लोक में यह कथा संसार को दिया है। श्रीराम की मर्यादा जीवन में उतारने से रामनवमी का उत्सव पूर्ण होता है। सांसारिक विष जब भी जलाने का प्रयास करें तो रामनाम का जप करना चाहिए। संसार कर्म भूमि है इस कर्म भूमि में लोग जैसा कर्म करते है वैसा फल मिलता है। ये विचार मानस कोकिला सुश्री चंद्रकला शास्त्री ने बालापैकौली गांव में डॉ. अनिल ¨सह की ओर से आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा में व्यास पीठ से व्यक्त किया। कहा कि रामचंद्रजी की लीला में मर्यादा और कृष्ण की लीला में प्रेम प्रमुख है। विश्वामित्र द्वारा श्रीराम लक्ष्मण को मांगे जाने के प्रसंग का मार्मिक वर्णन किया। विश्वामित्र जगत के मित्र है। मानव कल्याण और यज्ञ रक्षा के लिए उन्होंने श्रीराम लक्ष्मण को माध्यम ही नहीं बनाया वरन अहिल्या का उद्धार कराकर संत समाज को प्रतिष्ठा दिलाई। विश्वामित्र, श्रीराम, लक्षमण के जनकपुर प्रवेश का मनोहारी वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि राजा जनक ने जान लिया था कि ये कोई परब्रह्म हैं। इस अवसर पर कथा के आयोजक रन बहादुर ¨सह, सरोज दुबे, ओम प्रकाश दिनेश कुमार मिश्रा, राजित राम वर्मा, रवि मोहन श्रीवास्तव, धर्मराज ¨सह, धर्मेंद्र प्रताप ¨सह, अर¨वद ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, प्रदीप जायसवाल, राम सुधीर यादव, रामवीर ¨सह समेत सैकड़ों लोगों ने कथा का रसपान किया।