सीएमआर दबाए बैठी राइस मिलें खरीद व्यवस्था से होंगी बाहर
धान की फसल तैयार होने में अभी महीनों का वक्त जरूर है लेकिन खरीद की तैयारियां तेज हो गई हैं राइस मिलों की छंटनी कर ही पंजीकृत किया जाएगा।
अंबेडकरनगर: धान की फसल तैयार होने में अभी महीनों का वक्त जरूर है, लेकिन खरीद की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। इस बार विभाग से संबद्ध उन सभी राइस मिलों को खरीद से बाहर किए जाने की तैयारी है, जिन पर सरकारी चावल बकाया है। खाद्य विपणन विभाग ने कुल 83 राइस मिलों में 30 से अधिक मिलों को चिन्हित किया है।
जिला खाद्य विपणन कार्यालय में मिल संचालकों की आवाजाही एक बार फिर तेज हो गई है। लोग अपनी मिलों को संबद्ध कराने के प्रयास में लगे हैं। सरकारी चावल दबाए बैठी राइस मिलों का अभी हाल में सत्यापन किया गया था, फिलहाल कोई निर्णय नहीं आ सका है। विभाग के मुताबिक अधिकांश दागी मिलों में चावल उपलब्ध नहीं है, ऐसे में रिकवरी में दिक्कत आ सकती है। इसलिए अब सीएमआर बकाया वाली मिलों को धान की खरीद प्रक्रिया से बाहर रखा जाएगा।
खरीद की तैयारियों में जुटा विभाग : 16 अगस्त से खरीद के लिए किसानों का पंजीयन प्रारंभ हो चुका है। वहीं, 31 अगस्त को राइस मिलों का पंजीयन होगा। 15 सितंबर को उठान करने वाले ठेकेदारों का चयन होगा और सभी केंद्रों की जियो टैगिग कराई जाएगी। इसके बाद मिलों के डिपो से संबद्धीकरण, केंद्रों का अनुमोदन आदि किया जाएगा। पहली नवंबर से धान की खरीद शुरू की जाएगी।
धान खरीद की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सबसे पहले किसानों का पंजीयन जरूरी है, इसलिए सभी किसान विभाग के पोर्टल पर पंजीयन कराएं। दागी राइस मिलों को इस बार खरीद व्यवस्था में शामिल नहीं किया जाएगा, क्योंकि यह विभाग के लिए समस्या बनती हैं और खरीद प्रभावित होती है।
राजेश कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी