झमाझम बारिश से अन्नदाता पर आई आफत
धान की फसल हवा के झोंके से गिरी। शहर से गांव तक जलभराव मुसीबत बना।
अंबेडकरनगर : पिछले करीब 20 घंटे लगातार हुई शहर से गांव तक हुई झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। सड़कों पर जलभराव से तालाब जैसा नजारा बना है। अन्नदाता के लिए यह बारिश आफत बन गई है। पांचों तहसीलों में किसानों की धान की फसल गिरने और पानी में डूबने से काफी नुकसान होने की आशंका बनी है। समय-समय पर मानसूनी बारिश का पानी मिलने से सिचाई को लेकर आर्थिक बचत से किसानों के खिले चेहरों पर अब गाढ़ी कमाई के डूबने का डर दिख रहा है। उधर, नाली और नाले उफन कर सड़क पर बह रहे हैं। दूषित पानी के बीच से लोगों को आवागमन करना पड़ रहा है। कुछेक स्थानों पर बिजली की आपूर्ति गत रात से बाधित है। हालांकि कहीं भी हादसा होने की सूचना नहीं मिली है। दोपहर में कुछ थमने के बाद शाम होते फिर से झमाझम बारिश शुरू हो गई। जिले का तापमान अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूतनम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग आगामी दिनों में बारिश के जारी रहने का अनुमान लगाया है।
जिला मुख्यालय पर बस अड्डे और मीरानपुर में अकबरपुर-अयोध्या मुख्यमार्ग भीषण जलभराव से जूझता रहा। छोटे वाहन तो इसमें फंसते भी देखे गए। सरकारी कार्यालयों में लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, कृषि भवन, कलेक्ट्रेट समेत गलियों और मुहल्लों में जलभराव हो गया। बिजली के तार भी इसमें डूबते दिखे।
जलालपुर में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। नगर के विद्युत कार्यालय, जाफराबाद की सड़कें पानी से लबालब है। अवर अभियंता संतोष कुमार शर्मा देर तक उपकेंद्र परिसर से पानी निकलवाया। धान की फसलों के गिरने से काफी नुकसान हुआ है। मालीपुर में बरसात ने गन्ना व धान की फसलें गिरकर जलमग्न हो गई है। तालाब, पोखरे व गड्ढे लबालब होकर नदियों का रूप ले चुके हैं। शुकुलबाजार में स्थानीय बाजार स्थित कई घरों में पानी घुसने के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। बाजार में नाली का वजूद समाप्त होने से हल्की बारिश में भी लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। टांडा में बीती शाम से मूसलाधार वर्षा हो रही है। मोहल्ला सिकंदराबाद, नईबस्ती कश्मीरिया, हायतगंज हयात कांप्लेक्स के पश्चिम, आदर्श जनता चौराहे पर जलभराव और नालियों का कीचड़ मार्ग पर बह रहा है।
बिजली आपूर्ति बाधित : जहांगीरगंज में रामनगर विद्युत उपकेंद्र परिसर में जलनिकासी के इंतजाम न होने से जलभराव के कारण 20 घंटे से जहांगीरगंज, माडरमऊ सहित चार फीडरों से जुड़े सैकड़ों गांवों की आपूर्ति ध्वस्त हो गई। केवल तहसील फीडर पर आपूर्ति हो रही है। गुरुवार शाम तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। अवर अभियंता प्रवेश निषाद ने बताया जल निकासी का प्रयास किया जा रहा है। शीघ्र ही आपूर्ति शुरू होगी।
नदी का 10 सेंटीमीटर घटा जलस्तर : टांडा में घाघरा नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर घटा है। रविवार के सापेक्ष सोमवार को दोपहर दो बजे जलस्तर 91.030 मीटर दर्ज किया गया। नदी खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से 1.700 मीटर नीचे है।