हाकिम नहीं तो मातहत भी रहे नदारद
अंबेडकरनगर : प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी कर्मचारी अपने कार्यालय में समय
अंबेडकरनगर : प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी कर्मचारी अपने कार्यालय में समय से नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसा ही नजारा मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का रहा। यहां सीएमओ नहीं थे तो मातहत भी गायब रहे। मंगलवार की सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर सीएमओ कार्यालय का जागरण ने जायजा लिया तो तंबाकू नियंत्रण कक्ष के सलाहकार डॉ. सर्वेश कुमार के अलावा कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं था। बाद में पहुंचे लिपिक ओपी शर्मा ने बताया कि समय से पहुंच गया था, लेकिन कार्यालय के सामने स्थित दुकान पर एक लोग चाय पिलाने लगे, इससे थोड़ी देरी हो गई। वहीं मेडिकल प्रमाणपत्र बनवाने के लिए पहुंचे अमरनाथ, शीवेंद्र ने बताया कि काफी देर से बैठा हूं। लेकिन कोई बता नहीं रहा कि किस कक्ष में प्रमाणपत्र बनेगा। कार्यालय के दूसरे तल पर स्थित चिकित्साधिकारी एवं लिपिकों के कक्ष में ताला जड़ा हुआ था। 11 बजे के बाद लिपिक प्रेम बहादुर ¨सह, पंकज कुमार अग्रहरि, डीपीएम अजय कुमार ¨सह पहुंचे। चिकित्साधिकारी डॉ. ओपी गुप्त के अलावा संविदा कर्मी भी गायब रहे। प्रमाणपत्र संबंधित कार्य देख रहे लिपिक के गायब रहने से छात्रों व अन्य लोगों को भटकना पड़ा। इस दौरान कार्यालय के लगभग 10 लिपिक व संविदाकर्मी गैरहाजिर रहे जो पूरे दिन नहीं आए। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार तहसील दिवस में शामिल होने के लिए जलालपुर गए थे। वहीं विभिन्न कक्षों के प्रभारी व कोई भी कर्मचारी साढ़े दस बजे तक नहीं पहुंचा। ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीड़ितों को न्याय कैसे मिलें। साढ़े दस बजे तक कार्यालय में कोई भी कर्मचारी नहीं पहुंचा तो यह अनुशासनहीनता है। इसमें सभी पर कार्रवाई की जाएगी। सभी को समय से कार्यालय आने की हिदायत दी गई है।
डॉ. अशोक कुमार
सीएमओ, अंबेडकरनगर