मतदान बूथों पर सुविधाएं बढ़ाने को प्रशासन ने झोंकी ताकत
कोरोना के खतरों के बीच हो रहे विधानसभा चुनाव में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने की अपील की जा रही है।
अंबेडकरनगर : कोरोना के खतरों के बीच हो रहे विधानसभा चुनाव में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के साथ भीड़ कम करने के लिए आयोग द्वारा बढ़ाए गए पोलिग बूथों पर अभी तक मूलभूत सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा सके हैं। हालांकि, प्रशासन पोलिग बूथों को चुस्त-दुरुस्त करने में लगा है, लेकिन बिजली, पेयजल, रेलिग, शौचालय और दिव्यांग मतदाताओं के पहुंचने के लिए रैंप की व्यवस्था अधूरी है। शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम ने टांडा विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों की पड़ताल की, जिसमें यह हकीकत निकलकर सामने आई।
केस एक- प्राथमिक विद्यालय सोनहन में दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैंप नहीं है। दिव्यांगों के लिए शौचालय का निर्माण अभी जारी है। विद्यालय में गेट के साथ अतिरिक्त कक्ष का दरवाजा टूटा है। प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि प्रधान के साथ विभाग को पत्राचार कर अवगत कराया गया है। केस दो- प्राथमिक विद्यालय शाहपुर में दो पोलिग बूथ बनाए गए हैं। विद्यालय भवन चारदीवारी के अभाव में असुरक्षित है। पोलिग बूथ पर दिव्यांग मतदाताओं के लिए शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था नहीं है। शौचालय निर्माणाधीन है, विद्यालय भवन का रंगरोगन चल रहा है।
केस तीन- प्राथमिक विद्यालय उमरापुर सरायवाल में पोलिग बूथ पर विद्युत, शौचालय तथा दिव्यांग शौचालय है, लेकिन रेलिग नहीं है। रैंप भी क्षतिग्रस्त है, इससे मतदान में मुश्किल आ सकती है। केस चार- कंपोजिट विद्यालय बनियानी में पोलिग बूथ पर पेयजल, शौचालय तथा लाइट दुरुस्त है, लेकिन दिव्यांग शौचालय के साथ एक तरफ चारदीवारी न होने से विद्यालय असुरक्षित है, गेट भी नहीं है। प्रधानाध्यापक सियाराम ने बताया कि यहां की कमियों को सही कराने के लिए प्रधान के साथ अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
केस पांच- प्राथमिक विद्यालय बजदहिया पाईपुर में चारदीवारी के साथ पोलिग बूथ तक जाने के लिए रास्ता नहीं है। विद्यालय में विद्युतीकरण होने के बाद चोरों द्वारा तार उठा ले जाने के चलते सप्लाई बाधित है। विद्यालय में दिव्यांग शौचालय भी नहीं है।