नगर पंचायत के विस्तारीकरण में नामित सभासदों की आपत्ति
नए सिरे से गांवों का चयन कर एनटीपीसी को भी शामिल करने की मांग।
अंबेडकरनगर : नगर पंचायत इल्तिफातगंज के विस्तारीकरण में नया पेंच फंस गया है। सरकार से नामित तीनों सभासदों ने नगर पंचायत के विस्तारीकरण में शामिल किए गए गांवों के चयन में आपत्ति जताई है। सभासदों ने नए सिरे से गांवों का चयन कर एनटीपीसी के आवासीय परिसर को नगर की सीमा में शामिल करने की मांग रखी है। इसके अलावा प्रस्तावित साढ़े चार हजार आबादी और चार गांव के बदले अब करीब आठ हजार आबादी को शहर का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा है।
करीब तीन दशक पहले नगर पंचायत इल्ति़फातगंज के विस्तारीकरण के लिए गत फरवरी माह में भेजे गए प्रस्ताव पर नामित सभासद राकेश शर्मा, शशि प्रकाश कसौधन व लालचंद अग्रहरि ने आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। नए परिसीमन ने कटारिया एनटीपीसी आवासीय परिसर, फरीदपुर कला मीरानपुर सदरअली, धर्मूपुर बद्दूपुर बभनपुरा, जिगना कनासपुर व मीरानपुरा भीटी के सर्वांगीण विकास के लिए सीमा विस्तारण की मांग की थी। इस परिसीमन में करीब आठ गांव नगर पंचायत से सटे जुड़ जाएंगे। इन गांवों की जमीनें नगर पंचायत कस्बे के सीमाओं से लगी हैं। इन्हें जोड़ने पर नगर पंचायत सहित इन सभी गांवों में विकास का पहिया घूमेगा। एनटीपीसी को इसमें जोड़ने से गांव के विकास के साथ नगरपंचायत की भी आय बढ़ेगी। पहले के प्रस्ताव में ढेलमऊ, जिगना, मीरानपुरा व बभनपुरा को ही सिर्फ जोड़ने की सभासदों ने स्वीकृति दी थी।
मानक के विपरीत बनाया नगर पंचायत : तीन दशक पहले बनाए गए नगर पंचायत को मानक के विपरीत बनाया गया। औरंगाबाद, सहजौरा व बैरमपुर सिर्फ तीन गांव को मिलाकर अल्पसंख्यक वोट को ध्यान में रखकर नगर पंचायत का सृजन कर लिया गया था। अभी भी यहां करीब 22 हजार की आबादी और आठ हजार मतदाता हैं।
अधिशासी अधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि सभासदों के प्रस्तावित विस्तारीकरण का प्रस्ताव जिला मुख्यालय भेजा गया था। अब नए प्रस्ताव को भी भेजा जाएगा। नगर पंचायत की आय व विकास के ²ष्टिगत सीमा विस्तार किया जाएगा।