नगर पालिका खुद फैला रही कूड़ा
कूड़ा निस्तारण शहर के भीतर और बाहर हो रहा है। ट्रीटमेट प्लांट लगाने में अभी विलंब है।
अंबेडकरनगर : शहरी इलाके को साफ कर खुद को अव्वल साबित करने वाली नगर पालिका सड़क एवं तमसा नदी के किनारे समेत गांवों के नजदीक कूड़ा डालती है। वजह पालिका अभी गंदगी के निस्तारण करने का पुख्ता इंतजाम नहीं कर सकी है। भूमि चयन और कूड़ा निस्तारण का प्लांट लगाने की परियोजना फिलहाल फाइलों में ही सीमित है। ऐसे में गंदगी से निजात मिलना कठिन नजर आता है।
जनपद गठन को दो दशक बीतने के बाद भी गंदगी से छुटकारा दिलाने की मंशा धरातल पर साकार नहीं हो सकी है। नगरपालिका अकबरपुर 25 फरवरी 1975 तक 10 वार्डों की नगर पंचायत रहीं। पिछले 42 साल से इसे नगरपालिका का दर्ज मिला है। शुरुआत में इसमें 15 वार्ड थे लेकिन, वर्ष 2008 के विस्तारीकरण में 25 वार्ड बन गए। क्षेत्रफल के नजरिए से शहर 64 किलोमीटर में फैला है। इसमें एक लाख 10 हजार आबादी और 84 हजार मतदाता हैं। शहरी आबादी से रोजाना करीब 30 से 32 टन कचरा निकलता है। इसके निस्तारण के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं।
ऐसे में इसे शहर के भीतर से होकर बहती तमसा नदी और शहर के बाहर मुख्य एवं ग्रामीण मार्गों के किनारे ही निस्तारित किया जाता है। कचरे में पॉलीथिन और ठोस अपशिष्ट पदार्थ भूमि की उर्वरा शक्ति को नष्ट करते हैं। वहीं इसके सड़ने और आग लगाने से वायु प्रदूषण होता है। आवागमन में राहगीरों को भी परेशानी होती है। फिलहाल शासन की मंशा पर निकायों में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने की कवायद गतिमान है।
एडीएम डॉ. पंकज वर्मा ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। शहर का कचरा सुरक्षित तरीके से यहां निस्तारित करने के साथ इससे खाद और बिजली बनाने की योजना है। इससे समस्या का समाधान व नगरपालिका को राजस्व का फायदा होगा।