दो माह में सबसे कम दर पर संक्रमण, छह संक्रमित मिले
कोरोना वायरस का प्रकोप दिन प्रतिदिन कम हो रहा है। मरीजों का आंकड़ा कम हुआ है।
अंबेडकरनगर: कोरोना वायरस का प्रकोप दिन प्रतिदिन कम हो रहा है। मरीजों का आंकड़ा संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत में अप्रैल माह की तीन तारीख के बराबर पहुंच गया है। संख्या सिमटने से लोगों को काफी राहत पहुंची है। इसका असर बाजारों एवं दुकानों पर उमड़ी भीड़ के रूप में दिखाई दे रहा है। हालांकि तनिक भी लापरवाही संक्रमण के भयावह रूप को लौटाने में मददगार बन सकती है।
बुधवार को चार महिलाएं समेत कुल छह पाजिटिव मिले, जबकि 34 मरीज स्वस्थ होकर घर गए। लागातार छठवें दिन भी किसी मरीज की मौत नहीं हुई। मेडिकल कालेज, स्वास्थ्य केंद्रों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों से लिए गए नमूनों की जांच में मिले छह संक्रमितों में सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक कुल 136 मरीज दम तोड़ चुके हैं। सीएमओ डा. अशोक कुमार ने बताया कि कुल 123 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। मेडिकल कालेज में 26, एल-टू में सात तथा तीन मरीजों का इलाज लखनऊ में चल रहा है। 3171 लोगों की हुई जांच: बुधवार को कुल 3171 लोगों की जांच हुई। आरटीपीसीआर से 1606, ट्रूनेट से सात तथा एंटीजन से 1558 लोगों की जांच हुई।
निजी चिकित्सालय में लगेगा आक्सीजन प्लांट
अंबेडकरनगर : टांडा तहसील के खैरा गांव में बन रहे निजी चिकित्सालय में 75 लाख की लागत से आक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। इससे आक्सीजन की किल्लत से आमजन को राहत मिलेगी। चिकित्सालय का निर्माण वाराणसी की संस्था राजकली महिला कल्याण समिति करा रही है।
समिति के सचिव देवानंद तिवारी ने बताया कि 2014 में ग्रामीण क्षेत्र में अस्पताल बनवाने का संकल्प लिया गया था। इसके लिए शिलान्यास भी उसी साल किया गया था। संस्था के कर्ताधर्ता नित्यानंद तिवारी व इनके पुत्र हिमांशु, हेमंत तिवारी इसी क्षेत्र के तुलसीपुर गांव के हैं। पखवाड़े भर पूर्व निर्माण प्रारंभ कराया गया। नित्यानंद तिवारी ने बताया कि शीघ्र हास्पिटल का निर्माण पूरा कर ओपीडी शुरू करने की योजना है। क्षेत्र के आशुतोष उपाध्याय, रामनयन, नन्हेलाल उपाध्याय, सच्चिदानंद मिश्र, विजय बहादुर सिंह, फकरुल्लाह, शिवराम आदि ने चिकित्सालय का निर्माण प्रारंभ होने पर खुशी जताई है। -यह होगी व्यवस्था : यहां कोरोना महामारी की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए करीब 50 बेड की व्यवस्था होगी। बच्चों के लिए अलग से चाइल्ड वार्ड बनाया जाएगा। इसके साथ ही करीब 200 आक्सीजन सिलिडर प्रतिदिन रिफिल किए जाएंगे।