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जूनियर की मान्यता नहीं और भेजी 65 हजार रुपये छात्रवृत्ति

अंबेडकरनगर अवैध रूप से संचालित विद्यालय और कक्षाओं को बंद कराना दूर सरकारी मशीनरी ने

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 10:31 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 10:31 PM (IST)
जूनियर की मान्यता नहीं और भेजी 65 हजार रुपये छात्रवृत्ति
जूनियर की मान्यता नहीं और भेजी 65 हजार रुपये छात्रवृत्ति

अंबेडकरनगर : अवैध रूप से संचालित विद्यालय और कक्षाओं को बंद कराना दूर सरकारी मशीनरी ने यहां के छात्रों को 65 हजार रुपये छात्रवृत्ति का भुगतान कर दिया। संस्था संचालक ने फर्जीवाड़ा कर अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर यह धनराशि डकारी है। शिकायत पर जांच के बाद विभाग के अधिकारी गलती सुधारने में जुटे हैं। फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षण संस्थान प्रकाश इंटर कॉलेज मरौचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए बसखारी थाने की पुलिस को तहरीर सौंपी है। हालांकि थानाध्यक्ष ने तहरीर मिलने से इनकार किया है।

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शिक्षा विभाग से मान्यता लेने से लेकर छात्रवृत्ति हासिल करने में गड़बड़ी को लेकर चर्चा में रहे प्रबंधक के कई विद्यालयों पर पहले ही प्रशासन और शिक्षा विभाग के कार्रवाई दंडात्मक कार्रवाई को चुकी है। बगैर मान्यता और भूमि दान करने के बाद विद्यालयों की मान्यताएं भी प्रत्याहरित हो चुकी हैं। अब वित्तीय अनियमितता का ताजा मामला पकड़ में आया है। यहां प्रकाश इंटर कॉलेज मरौचा में कक्षा छह से आठ तक के छात्रों का पंजीयन दिखाया गया है। इसमें अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ दिलाने के लिए वित्तीय वर्ष 2013-14 तथा 2014-15 में 65 हजार रुपये छात्रवृत्ति का भुगतान लिया गया है। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर समाज कल्याण विभाग ने जांच में पाया कि छात्रवृत्ति हासिल करने के दौरान प्रकाश इंटर कॉलेज मरौचा में छह से आठ तक की कक्षाओं के संचालन की मान्यता ही नहीं थी। शिक्षण संस्थान में फर्जीवाड़ा करके भारत सरकार की छात्रवृत्ति योजना से 65 हजार रुपये गबन किया जाना पाया गया। जांच आख्या मिलने पर अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने इससे मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराते हुए अग्रिम कार्रवाई की अनुमति मांगी। सीडीओ की संस्तुति पर अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव ने बताया कि बसखारी थाने में प्रकाश इंटर कॉलेज मरौचा के खिलाफ छात्रवृत्ति गबन का मुकदमा दर्ज कराने की तहरीर सौंपी गई है। बसखारी थानाध्यक्ष श्रीनिवास पांडेय ने बताया कि ऐसी कोई तहरीर नहीं मिली है।


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